पहली बार देखा बूथ, चहक उठे यूथ

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: लोकतंत्र के महापर्व पर वोट की आहुति देने में हर किसी में गजब का उल्लास देखने को मिला लेकिन जो पहली मर्तबा बूथ पहुंचा, वोट डालने को लेकर खासा रोमांचित हो उठा। विशेषकर युवतियों में यह उत्साह सिर चढ़कर बोला। युवतियां सुबह से ही लंबी-लंबी कतारों में खड़ी हो गईं और अपनी बारी का इंतजार करती रहीं। जैसे ही वोट डालने का मौका मिला और ईवीएम की बटन दबाई तो उनकी खुशी का तो ठिकाना न रहा। वोट देने के बाद अपनी सहेलियों के साथ सेल्फी लेकर ह्वाट्सएप पर वायरल भी करती रहीं। पहली बार वोट डालने वाली कुछ युवतियों ने वोट डालने के बाद अपने विचार कुछ यूं रखे-

प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया है। जाति, धर्म से ऊपर उठकर विकासपरक सोच रखने वाले प्रत्याशी का चयन किया है।’

– श्वेता

‘वोट डालना हम सबका अधिकार भी है और सभी का नैतिक दायित्व भी है। हमें अपने वोट का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। अपना वोट तो डालेंगे ही अन्य को भी वोट करने के लिए प्रेरित कर रही हैं। शाम पांच बजे तक अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य का वोट डलवाएंगे।’

– रेनू देवी

‘जाति, धर्म व संप्रदाय की बात करने वाले कभी किसी भी समाज के हितैषी नहीं हो सकते। युवा वर्ग निश्चित ही नई इबारत लिखेगा। अबकी विकासपरक सोच रखने वाले प्रतिनिधि का चयन करेगा। हमने अपना व परिवार के सभी सदस्यों का वोट डलवाया है।’

– रफा परवीन

‘पहली बार बूथ जाकर मतदान करने को बहुत ही रोमांचित थे। कई दिनों से इंतजार कर रहे थे कि आखिर 23 फरवरी कब आएगी और हम अपने मत का प्रयोग करें। जैसे ही सुबह के सात बजे परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बूथ पहुंचकर अपने मत का प्रयोग किया।’

-शबा

‘वोट डालने के लिए लंबी कतारों पर खड़े होना पड़ा लेकिन लोकतंत्र की मजबूती के लिए थोड़ा सा कष्ट भी उठाने पड़े तो कोई दिक्कत नहीं है। हमने अपना वोट विकास के नाम पर दिया है। जो विकास करेगा, युवा वर्ग उसे ही स्वीकार करेगा।’

– वफा परवीन

‘पहले मतदान फिर जलपान का नारा बुलंद करते हुए सबसे पहले अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पहली मर्तबा वोट डालने को लेकर खासा उत्साह था कि कब वो¨टग डे आए और हम अपना वोट डालें। सुबह सात बजे बूथ पहुंचकर सबसे पहले अपने वोट का प्रयोग किया।’

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