फतेहपुर।न्यूज़ वाणी नफीस जाफरी फतेहपुर ग्रीष्म ऋतु का शायद दूसरा मतलब बीमारियो का मौसम भी है। क्योकि गर्मी आते ही मच्छरो का प्रकोप बढ रहा है। तरह-तरह की संक्रामक बीमारिया जन्म लेने लगती है। आये दिन किसी न किसी घर मे कोई न कोई इन बीमारियो का शिकार होता है। जिसमे अस्पतालो मे मरीजो की भीड बढ जाती है। जैसा कि आजकल गांव के प्राथमिक एवं कस्बा के सामुदायिक अस्पतालो से लेकर जिला चिकित्सालय मे पर्चा बनवाने से लेकर चिकित्सालय एवं दवा वितरण कक्ष तक मरीजो की भारी भीड देखी जा सकती है। गुरूवार को भी जिला चिकित्सालय में मरीजो की भारी भीड रही ओपीडी से लेकर दवा वितरण कक्ष तक मरीजो का जमावडा रहा है। जिला चिकित्सालय मे चिकित्सको की कमी के चलते भी मरीजों को काफी दिक्कत उठानी पड रही है। चिकित्सको की कमी के चलते झोलाछाप की चांदी है। बताते चले कि जिला चिकित्सालय मे दिन पर दिन मरीजो की संख्या बढ रही है। हर दिन ओपीडी मे संक्रामक रोगियो का जमावडा लगा रहता है। भीषण गर्मी के चलते संक्रामक रोगो ने पैर पसार लिये है। गांवो से लेकर शहर मे घर-घर मरीज चारपाई पकड रहे है। गावों मे ज्यादा हालत बिगडने पर परिजन मरीजो को शहर लेकर आते है। इन मरीजो मे कुछ प्राइवेट नर्सिग होमो मे भी चले जाते है। शेष जिला चिकित्सालय पहंुचते है। भर्ती होने वाले मरीजों के साथ ही ओपीड़ी में उपचार लेने वाले मरीजों की संख्या भी कम नहीं हो रही है बल्कि बढ़ रही है। पुरूष एवं महिला दोनो विभागों में सुबह से ही मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो जाता है। दोपहर तक दोनों ही तरफ मरीज ही मरीज दिखाई देते हैं। बढ़ते मरीजों के साथ ही चिकित्सकों की संख्या कम होने के कारण मरीजों के बीच भी उपचार के लिए अफरा-तफरी रहती है। रोगियों से जिला अस्पताल के सभी महिला एवं पुरूष वार्ड फुल हो गये हैं जिसके चलते आने वाले मरीजों के लिए भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।