नई दिल्ली । आइपीएल के इस सीजन में धमाकेदार शुरुआत के बाद पिछले कुछ मैचों से किंग्स इलेवन पंजाब का प्रदर्शन गिर गया है। आइपीएल के 48वें मुकाबले में इस टीम ने बैंगलोर के खिलाफ तो और भी खराब प्रदर्शन किया और पूरी टीम सिर्फ 88 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई। पंजाब का इस सीजन में ये अब तक का सबसे न्यूनतम स्कोर रहा जबकि इस आइपीएल का ये दूसरा न्यूनतम स्कोर रहा। आइपीएल में ये पहला मौका नहीं है जब पंजाब की टीम 100 रन के अंदर सिमट गई हो। इससे पहले तीन और ऐसे मौके आए हैं जब इस टीम का स्कोर 100 तक भी नहीं पहुंच पाया।
पंजाब ने बनाया आइपीएल 2018 का दूसरा न्यूनतम स्कोर
आइपीएल 2018 की बात करें तो पंजाब की टीम की तरफ से बनाया गया ये स्कोर अब तक का दूसरा न्यूनतम स्कोर रहा। इससे पहले इसी सीजन में मुंबई की टीम हैदराबाद के खिलाफ 87 रन पर ऑल आउट हो गई थी। इसके अलावा आइपीएल इतिहास की बात करें तो बैंगलोर के खिलाफ बनाया गया ये स्कोर पंजाब की तरफ से दूसरा सबसे कम स्कोर रहा। इससे पहले वर्ष 2017 में पुणे में राइजिंग पुणे सुपर जाइंट्स के खिलाफ पंजाब ने आइपीएल में अपना सबसे कम स्कोर यानी 73 रन बनाए थे। एक नजर डालते हैं पंजाब द्वारा आइपीएल में बनाए गए सबसे कम स्कोर पर।
वर्ष 2017- विरुद्ध राइजिंग पुणे सुपर जाइंट्स- 73 रन (पुणे)
वर्ष 2018- विरुद्ध रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर- 88 रन (इंदौर)
वर्ष 2015- विरुद्ध रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर- 88 रन (बेंगलुरु)
वर्ष 2009- विरुद्ध चेन्नई सुपर किंग्स- 92 रन (डरबन)
नहीं चले पंजाब के बल्लेबाज
ऐसा नहीं है कि पंजाब की टीम में बल्लेबाजों की कोई कमी है लेकिन बैंगलोर के खिलाफ इस टीम के बल्लेबाज विरोधी टीम के गेंदबाजों के सामने नहीं टिक पाए। इस टीम में बल्लेबाजी का आधार माने जाने वाले लोकेश राहुल और क्रिस गेल सिर्फ 21 और 18 रन पर आउट हो गए। इनके आउट होने के बाद तो जैसे इस टीम के बल्लेबाजों में आउट होने की होड़ सी लग गई। एरोन फिंच ने कुछ हद तक पारी को संभालने की कोशिश जरूर की लेकिन वो भी 26 रन पर पवेलियन लौट गए। इन तीनों के अलावा टीम के अन्य बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाए। करुण नायर (1), स्टायनिस (2), मयंक अग्रवाल (2), अश्विन (0), एंड्रयू टे (0), मोहित शर्मा (3) और अंकित राजपूत (1) ऐसे बल्लेबाज रहे जिनका स्कोर दो अंक तक नहीं पहुंच पाया। अक्षर पटेल 9 रन बनाकर नाबाद रहे।
बैंगलोर के गेंदबाजों का जलवा
पंजाब के खिलाफ टॉस जीतने के बाद विराट ने गेंदबाजी का फैसला किया। इससे पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि इंदौर के मैदान पर जमकर रन बरसेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। विराट के फैसले को उनकी टीम के गेंदबाजों ने सही साबित किया और पंजाब पर कहर बरपा दिया। उमेश यादव ने शुरुआती झटके देते हुए टीम के मुख्य बल्लेबाज गेल और राहुल को आउट कर अपनी टीम का काम आसान कर दिया। इसके बाद टीम के अन्य गेंदबाज सिराज, चहल, ग्रैंडहोम और मोइन अली ने एक-एक विकेट लेकर पंजाब को 88 रन पर आउट कर दिया। बैंगलोर की फील्डिंग इस मैच में लाजबाव रही और पंजाब के तीन बल्लेबाज इस मैच में रन आउट हुए।