नई दिल्ली: चुनाव नतीजे आते ही कर्नाटक की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है. चुनाव बाद बने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में एक पेंच फंस गया है. सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि कुमारस्वामी के पिता एचडी देवेगौड़ा अपने बड़े बेटे रावन्ना को डिप्टी सीएम बनाना चाहते हैं. इधर बहुमत से महज़ सात सीट दूर रही बीजेपी की विधायक दल की सुबह 10:30 बजे बैठक है, जिसमें येदियुरप्पा को पार्टी का नेता चुना जाएगा. उसके बाद सभी विधायक गर्वनर से मिलकर उनसे बीजेपी को सरकार बनाने का मौका देने का आग्रह करेंगे.
कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी सुबह साढ़े आठ बजे होगी. अभी ये तय नहीं है कि सिद्धारमैया को ही पार्टी का नेता चुना जाएगा या फिर कोई और चेहरा आगे आएगा. कांग्रेस ने जेडीएस को बिना शर्त सरकार बनाने के लिए समर्थन दिया है.
इससे पहले कल अंतिम नतीजे आने से पहले ही बीजेपी और फिर कांग्रेस-जेडीएस नेताओं ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा ठोका. दोनों पक्षों का कहना है कि पहले उन्हें सरकार बनाने का न्योता मिलना चाहिए. कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों में से 222 पर चुनाव हुए थे, जिसमें बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78, जेडीएस को 38 और अन्य को दो सीटें मिली हैं.
वहीं कर्नाटक के हुबली धारवाड़ सेंट्रल से देर रात BJP के जगदीश शेट्टर को विजयी घोषित किया गया. एक पोलिंग स्टेशन के EVM और VVPAT काउंट में मिसमैच होने की शिकायत के बाद परिणाम रोक दिया गया था. इधर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हुबली धारवाड़ में फिर से वोटिंग कराए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. कर्नाटक में बेहतर प्रदर्शन के बाद दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पर हुए कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक के नतीजों ने एक बार फिर बता दिया कि बीजेपी हिंदी भाषी या सिर्फ़ उत्तर भारत की पार्टी नहीं है.
इस मौक़े पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस इस बात से खुश है कि BJP को कर्नाटक में बहुमत नहीं मिला. शाह ने कहा कि कांग्रेस 122 से 77 सीटों पर आ गई लेकिन उन्हें अपनी हार नहीं दिख रही. BJP अध्यक्ष ने ये भी कहा कि पार्टी आने वाले सारे चुनाव जीतेगी और 2019 में मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनाएगी.