न्यूज वाणी ब्यूरो
आगरा। गुरुवार को सुबह तड़के सैंया टोल पर पुलिस, आरटीओ एवं खनन विभाग की संयुक्त छापेमारी के बाद 27 ओवर लोड अवैध खनन के परिवहन के वाहन थाना सैंया पर सीज किये गए। जिससे खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया। विगत गुरुवार सुबह करीब पांच बजे सैंया इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार पांडेय, एआरटीओ दिनेश कुमार और खनन अधिकारी दिनेश कुमार ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। छापेमारी के दौरान 27 ट्रक जो ओवरलोड एवं बिना प्रपत्रों के थे जिनको सीज कर बड़ी कार्यवाही की गई। उक्त कार्यवाही से खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया। कार्यवाही के बाद जैसे ही टीम टोल से हटी उसने तुरंत बाद खनन माफियाओं ने फिर से ओवरलोड गाड़ियों का काफिला निकलना शुरू कर दिया। ओवरलोड वाहनों की संख्या इतनी थी कि करीब एक किलोमीटर लम्बा जाम लग गया। जाम की बजह से कुछ वाहन रोड़ के विपरीत दिशा में चलने लगे तभी अचानक एक ओवरलोड ट्रक जिसमें डस्ट भरी हुई थी अचानक गलत दिशा में आया और पलट गया। घटना की सूचना पर थाना सैंया पुलिस मौके पर पहुंच गई और घायल चालक को इलाज के लिए सैंया सीएचसी पर भेज दिया। ओवरलोड वाहनों को टोल से बिना रोक टोक के निकलने दिया गया। बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर इतनी बड़ी छापेमारी के बाद भी टोल अधिकारियों के कान पर जूं तक नही रेंगती। आखिर टोल कम्पनी को किसका संरक्षण प्राप्त है। जिसकी वजह से टोल कम्पनी लगातार अपनी मनमानी कर लगातार वसूली कर रही हैं। अगर टोल प्लाजा पर ओवरलोड वाहनों का प्रवेश बन्द कर दें तो राजस्थान से आने वाले ओवरलोड वाहनों का उत्तर प्रदेश आना बंद हो सकता है। लेकिन पाथ कम्पनी मोटी कमाई के चक्कर में ओवरलोड वाहनों का लगातार आवागमन नहीं रुक रहा है।
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