स्कूल प्रबंधक ने कोरोना जांच में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर उठाये सवाल – जिन दो शिक्षिकाओं को बताया था पाॅजीटिव, उनकी रिपोर्ट आयी निगेटिव – बड़ी लापरवाही मानहानि का करेंगे दावा, ऊंची से ऊंची अथाॅरिटी पर भी जायेंगे

न्यूज वाणी ब्यूरो
फिरोजाबाद। किड्स कार्नर स्कूल प्रबंधक डा. मयंक भटनागर ने अपने स्कूल में मीडिया से वार्ता करते हुये बताया कि 23 फरवरी 2021 को किड्स कार्नर इंटर काॅलेज की दो शिक्षिकायें कोरोना पाॅजीटिव बतायी गयीं थीं। बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ये तीसरी कार्यवाही थी एक ही स्कूल पर, अगर स्वास्थ्य विभाग की तीसरी कार्यवाही एक ही स्कूल पर होती है दूसरे स्कूलों पर कोई कार्यवाही नही तो ये स्वास्थ्य विभाग किस तरह अपनी कार्यवाही को इंगित करता है एक स्कूल पर तीसरी बार स्वास्थ्य विभाग पहुंचा और सारे टेस्ट किये और जो स्कूल शहर के बाहर स्थित हैं उनके यहां एक भी बार नहीं गये, चलो अच्छा ये अच्छा है वे सभी शिक्षक आदि का टेस्ट कर रहे हैं बताया कि बीस दिन बाद फिर 23 फरवरी 2021 को दस्तक दी टेस्ट किये, बताया कि इन दो शिक्षिकाओं को जो इस बार इन्होंने इंगित किया उनका आक्सीजन लेविल एक का सौ एक का 97 रहा एक शिक्षिका का प्लेलेटस दो लाख 70 हजार, दूसरी का दो लाख 55 हजार, हम आशंकित तभी थे कि ऐसा कैसे हो सकता है, जब इन्होंने संक्रमित कह दिया। जिससे काफी गलत संदेश गया कि अभिभावक हमारे यहां नहीं बल्कि दूसरे स्कूलों में भी नहीं बच्चे भेजने से कतरा रहे हैं बताया अब जब ये रिपोर्ट आई तो वह नेगेटिव आई है स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही है। अन्य स्कूल संचालक भी बैठे हैं सभी कह रहे हैं कि ये सब सोची समझी साजिश है। नेगेटिव टीचर्स को पाॅजीटिव दिखाकर एक भय व्याप्त करना गलत है, अभिभावक अपनी जगह सही है। हम हर संभव प्रयास करके इनके खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे और उच्च से उच्च अथाॅरिटी पर जायेंगे, ये वाकई बहुत क्रूर तरीके का कार्य स्वास्थ्य विभाग ने किया, जिसके लिये सीएमओ दोषी है। जबकि फिरोजाबाद के बाहर स्थित हैं उन पर कोई कार्यवाही नहीं। कानूनन इनके ऊपर कोई कार्यवाही हो न हो पर ईश्वर सब देख रहे हैं। मेरे साथ अन्य स्कूल संचालक भी कंधे से कंधा मिलाकर लडने को तैयार हैं। इस दौरान स्कूल संचालक सौरभ लहरी, दीपक शर्माव अन्य मौजूद रहे इस बारे में सीएमओ डा. नीता कुलश्रेष्ठ से जब बात की गई तो उनका कहना था कि रिपोर्ट तो नेगेटिव थी संभवतः फीडिंग में त्रुटि हो गई थी वो सही करा दी है उनको रिपोर्ट नेगेटिव ही दी गई है। जब उनसे कहा गया कि उनके सही कराने से पूर्व ही उक्त मामला समाचार पत्रों में पाॅजीटिव रिपोर्ट को लेकर संज्ञान में आया सबके तो कहना था उन्होंने वैक्सीनेशन कराया है अभी बाकी ऑफिस जाकर देखती हैं अगर सूची में ऐसा है तो उसको देखने के बाद फिर आगे बताती हैं।

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