जयपुर। कर्नाटक चुनाव खत्म होते ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अब राजस्थान की चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं। इसके लिए उन्होंने अपनी टीम भी भेज दी है जो यहां तैयारियों में पूरी तरह से जुट गई हैं।
राष्ट्रीय नेतृत्व अब राजस्थान सहित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में ‘जमीन’ पर चुनावी जाजम बिछाने वाला है। इसके लिए जयपुर सहित भोपाल और रायपुर में किराए के ऐसे मकान ढुढे जा रहे हैं, जहां अमित शाह अस्थाई डेरा डाल सके। राज्य इकाई पर निर्भर रहने की बजाय शाह के साथ दिल्ली से लम्बी-चौड़ी टीम यहां अपने तरीके से काम करेगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक शाह के लिए किराए का घर जयपुर में जेएलएन मार्ग और सी स्कीम क्षेत्र में ढूंढा जा रहा है।
प्रदेश नेतृत्व पर नहीं रहते निर्भर
पार्टी सूत्रों के अनुसार शाह अपनी ही रणनीति से चुनाव लड़ते हैं, प्रदेश इकाई पर निर्भर नहीं रहते। उनकी टीमें चुनाव से 6 माह पहले संबंधित राज्यों में अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर काम शुरू कर देती हैं। उन टीमों से फीडबैक आने के बाद रणनीति बनाकर चुनाव मैदान में उतरते हैं।
अगले माह आ सकते हैं राजस्थान
पार्टी सूत्रों के अनुसार अमित शाह शीघ्र ही तीनों राज्यों में दौरे शुरू करेंगे। इसके तहत अगले माह 2-3 दिन के लिए जयपुर आ सकते हैं।
जयपुर शिफ्ट की जा रही टीम
सूत्रों के अनुसार पार्टी की सोशल मीडिया टीम भी सक्रिय हो चुकी है। दिल्ली से सोशल मीडिया विंग की एक टीम को अस्थाई तौर पर जयपुर में शिफ्ट करना शुरू कर दिया गया है। इसके लिए सी स्कीम में 2 फ्लैट किराए पर लिए गए हैं। सोशल मीडिया टीम यहीं से राज्य में चुनावी प्रचार करेगी। टीम में 20-25 सदस्य बताए जा रहे हैं।
तीनों जगह भाजपा की सरकार
कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार होने के मद्देनजर शाह की टीम ने आक्रामक रणनीति पर काम किया लेकिन राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार होने के कारण 2 चुनौतियां उनके सामने होंगी। पहली एंटी इंकंबेंसी को दूर करना, दूसरी सरकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना।
एक महीने से प्रदेशाध्यक्ष के बगैर है पार्टी
एक ओर केंद्रीय नेतृत्व राज्य में कुछ महीने बाद होने वाले चुनाव को लेकर गंभीर हो गया है तो वहीं भाजपा के अंदर घमासान मचा हुआ है। केंद्रीय नेतृत्व औरवसुंधरा राजे के बीच मतभेद होने की वजह से राजस्थान में पिछले एक महीने से भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष पद खाली पड़ा है।