अतर्रा/बाँदा । इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे युवा छात्र ने सोशल मीडिया में ग्रुप के माध्यम से जनपदों में संक्रमित लोगों को समय से इलाज की व्यवस्था कराकर बचाई जान जनपद बांदा के तहसील अतर्रा के निवासी राज द्विवेदी जो पेशे से इंजीनियरिंग के छात्र है l कोरोना महामारी के दौर पर घर में रहते हुए कानपुर सहित बांदा के आसपास के जगहों पर फेसबुक एवं व्हाट्सएप में जोड़ें दोस्तों सहित उनके दूरदराज के परिजनों को प्रशासनिक नंबर अस्पताल के डॉक्टरों के नंबर को साझा करते हुए मरीजों को समय से इलाज उपलब्ध कराने की मुहिम में दिन-रात डटे हुए हैं l इलाज के दौरान खून की कमी से जूझ रहे कई लोगों को ब्लड बैंक की सही जानकारी एवं पता उपलब्ध करा कर जान बचाई है l इंजीनियरिंग के छात्र राज द्विवेदी ने बताया कि ऐसी भीषण महामारी में मानवता के तहत सभी लोगों को आगे आकर अपने अपने जगहों पर पीड़ितों की मदद करनी चाहिए l आपदा एवं मुसीबत के समय मदद करने वाले को हर कोई जिंदगी भर याद करता है l माता पिता के द्वारा मिले संस्कारों को बरकरार रखना बेटे का दायित्व होता है l युवा छात्र राज की इस पहल के बाद उनके विभिन्न जनपदों में रहने वाले दोस्तों के द्वारा भी ऐसी मुहिम चलाकर लोगों की जान बचाई जा रही है l उनके साथी ईशू त्रिपाठी, चंद्रहास द्विवेदी, उज्जवल, किशन गुप्ता, सहित अन्य दोस्तों ने राज के कार्यों को सराहा है l