साफ नीयत-सही विकास, 2019 में एक बार फिर मोदी सरकार’ के नारे के साथ भाजपा ने अगले साल के आम चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। सत्ता बरकरार रखने को लेकर आश्वस्त भाजपा को पूर्वोत्तर व तटीय राज्यों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। पार्टी का मानना है कि विपक्षी एकजुटता व जातीय व सामाजिक समीकरणों के कारण किसी राज्य की मौजूदा स्थिति में कुछ कमी आने पर उसकी भरपाई इन क्षेत्रों से हो जाएगी। मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मीडिया के साथ अनौपचारिक विचार विमर्श में साफ किया कि चार साल में सरकार 22 करोड़ गरीब परिवारों का जीवन स्तर उठाने में सफल रही है। मोदी सरकार को राष्ट्र गौरव को सर्वोच्च स्थान पर पहुंचाने वाली बताते हुए कहा कि इन चार सालों में गरीब की सरकार-अमीर की सरकार, शहर की सरकार-गांव की सरकार, नेताओं की सरकार-नौकरशाहों की सरकार जैसे तमाम तरह के विरोधाभासों को दूर किया गया है। कार्यक्रम में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी व सूचना प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ भी मौजूद थे। एनडीए मजबूत रहेगा भाजपा नेतृत्व पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गया है। वह विपक्षी एकजुटता को लेकर गंभीर तो है, लेकिन चिंतित नहीं है। उसका मानना है कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी चंद्रबाबू नायडू को छोड़कर बाकी सभी भाजपा के खिलाफ ही लड़े थे। कुछ राज्यों में गठबंधन बनने से असर पड़ सकता है, लेकिन उसके लिए भी पार्टी तैयार है। शिवसेना के रवैये से भी भाजपा चिंतित नहीं है। सरकार के चार साल पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने पावर पाइंट प्रेजेंटेशन भी पेश किया जिसका मूल वाक्य ‘बदलते भारत के 48 महीने’ था।