पिता के शराब पीकर आने से गुस्साए बेटे ने पहले पीटा फिर मिर्च का घोल पिलाया जिससे हुई पिता की मौत, खून छिपाने के लिए शव को फूलों से ढंका

आपको बताते चले कि इंदौर के श्रीराम नगर में रहने वाले बेटे ने शनिवार रात शराब पीकर आए 60 साल के पिता की बेरहमी से पिटाई की। चिल्लाने पर उन्हें मिर्च पाउडर घोलकर पिला दिया। रविवार को पिता की मौत हो गई तो दरवाजा बंद कर लाश छिपाने की भी कोशिश की। शाम को पड़ोसियों से कहा बीमारी से पिता की मौत हो गई। लोग उन्हें देखने पहुंचे तो शव से खून निकल रहा था।यह देख बेटे ने उस जगह को फूलों से ढंक दिया। रात 2 बजे बड़े भाई को फोन कर सूचना दी। जैसे ही सोमवार सुबह अंतिम संस्कार के लिए निकला तो मोहल्ले की पांच जागरूक महिलाओं ने पुलिस को सूचना दे दी जिसके बाद हत्या का खुलासा हुआ। द्वारकापुरी टीआई सतीश द्विवेदी के अनुसार बुजुर्ग भूरालाल की हत्या करने के आरोप में उनके बेटे 30 वर्षीय सचिन को पकड़ लिया है। शहर में 14 दिन में यह सातवीं हत्या है।पड़ोसियों ने बताया भूरालाल और सचिन दोनों मजदूरी करते हैं। भूरा सचिन और बहू के साथ रहते थे। वे अकसर शराब पीते थे लेकिन किसी को कुछ नहीं बोलते थे। फिर भी सचिन उन्हें प्रताड़ित करता था। शनिवार रात को उसने अपने पिता को इतना पीटा कि उनके पैर टूट गए। पीठ और सिर में भी गंभीर चोट आई। रात भर बुजुर्ग पिता बेसुध पड़े रहे।दूसरे दिन दोपहर तक उनके घर का दरवाजा बंद रहा। शाम 4 बजे सचिन ने पड़ोसियों से कहा कि बीमारी के कारण पिता की मौत हो गई। यह सुन पड़ोसी चौंके कि आखिर वे कल तक तो ठीक थे। फिर बीमार कैसे हो गए।शंका के बाद पड़ोस में रहने वाली पांच महिलाओं ने पड़ताल शुरू की। लोग बुजुर्ग का शव देखने पहुंचे तो सचिन उन्हें बाहर से भगाना चाहता था। कुछ लोग अंदर चले गए। शव से खून निकल रहा था। इस पर सचिन ने तत्काल पत्नी से कहा कि वहां फूल डाल दो। दोनों ने सिर और आसपास ढेर सारे फूल डाल दिए। रात 2 बजे सचिन ने गांव में रहने वाले अपने बड़े भाई मनोहर को पिता की मौत की सूचना दी।मोहल्ले की इंदु श्रीवास्तव कला पंवार शकुंतला शर्मा सोनू भूरिया और सोनू ने बताया हमें शंका हो गई थी कि उन्हें पीटा गया है क्योंकि रात को पिटाई की तेज आवाजें आ रही थीं। ऐसा हमेशा होता था। आखिर जब बेटे ने शव यात्रा की तैयारी की तो हमें लगा कि ये तो अनर्थ हो जाएगा। पिता का हत्यारा बच जाएगा जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए।हमने निश्चय किया कि ऐसे पिशाच बेटे को सजा दिलाना चाहिए। फिर हमने द्वारकापुरी थाने में फोन लगाया। उनकी शव यात्रा चौराहे तक पहुंची ही थी कि पुलिस पहुंच गई। शव बरामद कर पोस्ट मॉर्टम कराया। हमें यह भी पता चला कि रात को पीटने के बाद जब बुजुर्ग चिल्लाने लगे तो सचिन ने मिर्च पाउडर घोलकर उन्हें पिला दिया ताकि वे चुप हो जाएं।

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