बक्सवाहा जंगल को बचाने के लिए बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति ने कुंडेश्वर धाम में किया हवन पूजन
एनजीटी में 30 जून व सुप्रीम कोर्ट में जुलाई को है सुनवाई
फतेहपुर खागा।पहले बुंदेलों ने बक्सवाहा जंगल जाकर वहां की माटी को चूमा, फिर अपने खून से खत लिखकर प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश तक से बक्सवाहा जंगल को कटने से बचाने के लिए गुहार लगाई, बक्सवाहा समेत पूरे बुंदेलखंड में बुंदेलों ने पेड़ों को रक्षासूत्र बांधकर उनको बचाने का संकल्प लिया लेकिन जब हीरा भंडार के लोभ में फंसी सरकार ने जंगल को बचाने के लिए अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी तो आज बुंदेले ऊपर वाले की अदालत में पहुंच गए एवं बक्सवाहा को बचाने के लिए हवन पूजन शुरू कर दिया।सबसे पहले हवन पूजन सुबह 7 बजे कुंडेश्वर धाम , मक्षिलगाव खागा में बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति के केन्द्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय ने अपने साथियों के साथ किया। सभी ने भोले बाबा की पूजा अर्चना कर हवन कर प्रभु से बकस्वाहा जंगल बचाने की विनती की इस अवसर पर प्रवीण पाण्डेय , देव व्रत त्रिपाठी , दीपू , प्रांशु , अंकुश , धीरज , रिशु , अनुपम आदि रहे lफतेहपुर के अलावा महोबा में बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति के राष्ट्रीय संयोजक तारा पाटकर , छतरपुर में हरित सत्याग्रह कर रहे समाजसेवी अमित भटनागर, शरद कुमार, बांदा में बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के डाल चंद्र मिश्रा, चित्रकूट में प्रवीण उपाध्याय व हमीरपुर में बुंदेलखंड क्रांति दल के सत्येंद्र अग्रवाल ने हवन पूजन कर ईश्वर से प्रार्थना की कि 30 जून को एनजीटी व एक जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में बक्सवाहा जंगल को कटने से बचाने के पक्ष में फैसला हो।