छत्तीसगढ़।साइबर फ्रॉड और इसकी मदद से लोगों के बैंक अकाउंट साफ किए जाना बहुत आम हो गया है। ऐसे में लोगों को अलर्ट किया जाता है कि वे किसी के साथ अपने फोन पर आया ओटीपी शेयर न करें। लेकिन घर के किसी व्यक्ति के लिए ये ओटीपी हासिल करना कोई बड़ी बात नहीं। ऐसा ही एक और मामला छत्तीसगढ़ के कांकेर से सामने आया है। यहां एक महिला के बैंक अकाउंट से करीब सवा तीन लाख रुपये कट गए। जब महिला ने शिकायत दर्ज कराई तो चोर घर का ही निकला।दरअसल राज्य के कांकेर में एक महिला जब पैसे निकालने एटीएम पहुंची तो उसे पता चला कि उसके अकाउंट में सिर्फ नौ रुपये बाकी रह गए हैं जिसके बाद महिला के होश उड़ गए बाद में महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई कि उसके साथ ऑनलाइन फ्रॉड हुआ है। लेकिन महिला ने ये भी बताया कि अकाउंट से पैसे कटने का न तो उसके पास कोई मैसेज आया और न ही ओटीपी। ये सुनने के बाद पुलिस समेत बैंककर्मी भी हैरान रह गए कि आखिर बिना किसी ओटीपी के रुपये कैसे विड्रॉल हो गए। इसके बाद जांच में पता चला कि 8 मार्च से 10 जून के बीच महिला के खाते से 278 बार ट्रांजेक्शन कर तीन लाख 22 हजार रुपये निकाल लिए गए। जांच में खुलासा हुआ कि ऑनलाइन गेम खेलने और गेम के लेवल को अपग्रेड करने के चलते ये पैसे अकाउंट से कटे हैं। दरअसल ये रुपये महिला के 12 साल के बेटे ने गेम में अपडेट्स के साथ खरीदे गए हथियारों को लेने में खर्च कर दिए।महिला के 12 साल के बेटे से जब इसपर सवाल पूछा गया तो उसने बताया कि उसे ऑनलाइन गेम फ्री-फायर खेलना था। उसे गेम के हथियार खरीदने का मन हुआ और मां के मोबाइल नंबर को बैंक अकाउंट से लिंक करके ट्राजेंक्शन करने लगा। वह साथ-साथ मां के अकाउंट से सारे मेसेज डिलीट करता जाता जिसके चलते महिला को कुछ पता नहीं चला और उसके अकाउंट से पैसे निकाले जाते रहे।