प्रेमिका के साथ जिंदगी बिताने की चाहत में पत्नी का किया  कत्ल, फिर पुलिस को तहरीर देकर  फंसाया अपने विरोधियों को, 23 दिन बाद आया सच सामने 

बता दे यूपी  के बाराबंकी में पुलिस ने पत्नी का कत्ल वाले वाले शातिर पत्नी का खुलासा किया। प्रेमिका के साथ जिंदगी बिताने की चाहत में पति ने पहले अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या की फिर खुद ही पुलिस को पत्नी की हत्या की झूठी कहानी सुनाकर अपने विरोधियों को फंसा दिया। हत्या के करीब 23 दिन बाद जब पुलिस ने शातिर पति का खुलासा किया तो पूरी सच्चाई सामने आ गई। घटना जिले के असंद्रा थाना क्षेत्र के अरूई गांव की है। जहां 8 जून को पति ने अपनी पत्नी का कत्ल कर पुलिस को झूठी कहानी सुनाकर गांव के ही अपने विरोधियों को फंसाने के लिए तहरीर दी थी।8 जून को अरूई गांव निवासी दामोदर ने पुलिस को पत्नी की हत्या की सूचना दी थी। दामोदर ने पुलिस को दी तहरीर में अपने गांव के ही सोनू वर्मा पर हत्या का आरोप लगाया था। तहरीर में कहा था कि वह अपनी पत्नी संगीता के साथ देर रात कार से घर लौट रहा था। तभी असंदरा थाना क्षेत्र के सिद्धौर के पास सोनू वर्मा ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उसकी गाड़ी रोकी। फिर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले से बचने के लिए वह अपनी जान बचाने के लिए गाड़ी से उतरकर भागा। उसके भागने के बाद हमलावरों ने उसकी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। दामोदर की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। पुलिस ने पत्नी के शव को पोस्टमार्टम भी कराया था।पति की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी सोनू वर्मा सहित उनके साथियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की थी। केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने हत्या की जांच की। जांच में परत दर परत हकीकत सामने आती गई। पुलिस को दामोदर की कहानी में कई विरोधाभास नजर आने लगे। धीरे-धीरे पुलिस का शव गहराता गया। फिर पुलिस ने हत्या की जांच दूसरी इस तरफ मोड़ी कि जब कई हमलावर थे तो सिर्फ पत्नी को ही क्यों गोली मारी? पति को क्यों जिंदा छोड़ दिया? जबकि पत्नी को मारकर हमला वर पति का पीछा कर उसको भी गोली मार सकते थे। क्योंकि हमलावर कई थे। फिर पुलिस ने इन सभी एंगल पर जांच करना शुरू किया। जांच में शक की सुई दामोदर पर टिक गई। इसके बाद पुलिस का शव यकीन में बदलता गया।हत्या के अगले दिन अंतिम संस्कार के लिए पत्नी का शव गांव में उसके घर पहुंचा। इस बीच दामोदर को पुलिस ने थाने पर पूछताछ के लिए बुलाया था। दामोदर की गैर मौजूदगी में परिवार ने पुलिस का कड़ा विरोध जताया। क्योंकि, दामोदर को पुलिस ने थाने पर बैठाकर रखा हुआ था। परिवार दामोदर के घर लौटने की जिद पर अड़ गए। जब पुलिस दामोदर को लेकर उसके गांव पहुंची तो, उसने हंगामा शुरू कर दिया। उसके चिल्लाते ही ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इतने में मौका देखकर दामोदर फरार हो गया।दामोदर के फरार होते ही पुलिस का शक उसपर और मजबूत हो गया। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की और जगह-जगह खाक छानती रही लेकिन दामोदर पुलिस के हाथ नहीं आया। इसके बाद 21 जून को दामोदर ने बड़े ही नाटकीय ढंग से इसी बलवा वाले मामले में कोर्ट में सरेंडर कर दिया। वह जमानत पर रिहा हो गया। अगले दिन 22 जून को पुलिस ने दामोदर की प्रेमिका को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लेकिन, केस अब तक सुलझा नहीं था इसलिए पुलिस ने दामोदर को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की कोर्ट से मंजूरी ली। मंजूरी मिलने के बाद पुलिस ने दामोदर को रिमांड में लेकर फिर एक बार पूछताछ की। इस बीच आरोपी पति ने अपना गुनाह कबूल लिया। दामोदर ने स्वीकार किया कि, उसने ही अपनी पत्नी की हत्या की थी। क्योंकि वह अपनी प्रेमिका को पत्नी बनाकर घर पर रखना चाह रहा था।पुलिस ने आरोपी के पास से हत्या में इस्तेमाल होने वाला तमंचा भी बरामद कर लिया है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.