अमेरिका में लाइलाज फंगस की दस्तक; मरीजों में तेजी से फैल रहा, 67 हजार से उपर  केस मिले, जो दुनिया में सबसे ज्यादा

दुनिया के सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज अमेरिका में मिलने लगे हैं। शुक्रवार को यहां कोरोना के 67,485 केस मिले। यह आंकड़ा पिछले तीन माह में सबसे बड़ा है। वहीं, कोरोना की तीसरी लहर के बीच अमेरिका में एक खतरनाक और जानलेवा ‘कैंडिडा ऑरिस’ फंगस ने दस्तक दे दी है। अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि डलास क्षेत्र के दो अस्पतालों और वॉशिंगटन डीसी के एक नर्सिंग होम ने इस लाइलाज फंगस के मामलों की जानकारी दी है।सीडीसी ने इस फंगस को एक गंभीर वैश्विक स्वास्थ्य खतरा करार दिया है। यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) का कहना है कि कैंडिडा ऑरिस नाम का फंगस शरीर में प्रवेश करने पर ब्लडस्ट्रीम के जरिए फैलता है। इससे प्रभावित मरीज का बचना मुश्किल होता है। इस फंगस पर एंटीफंगल दवाइयां भी बेअसर हैं। चिंता की बात यह है कि यह फंगस मरीज की मौत के बाद भी जिंदा रहता है।विशेषज्ञ बताते हैं कि कैंडिडा ऑरिस यीस्ट का एक खतरनाक रूप है। इसे गंभीर मेडिकल कंडीशन वाले रोगियों के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है। बुखार और ठंड लगना कैंडिडा ऑरिस संक्रमण के सामान्य लक्षण हैं। चिंता की बात यह है कि संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक इलाज के बाद भी मरीज में सुधार नहीं होता है। कैंडिडा ऑरिस मरीजों की पहचान में सबसे बड़ी दिक्कत आ रही है।यह ऐसा फंगस है जो आमतौर पर अस्पताल के वातावरण में मौजूद रहता है और कमजोर इम्यूनिटी के मरीजों को अपना शिकार बनाता है। दूसरी तरफ सीडीसी की डायरेक्टर रोशेले वैलेंस्की ने कहा कि अमेरिका में टीकाकरण न कराने की महामारी चल रही है। क्योंकि देश में रोज 5,21,000 टीके लग रहे हैं। ये अप्रैल में रोज लग रहे टीकों से 85% कम है।

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