न्यूज़ वाणी इटावा – सैफई उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव ने विश्वविद्यालय के इमर्जेंसी ट्रामा, पिडियाट्रिक कोविड-19 अस्पताल, डायलिसिस वार्ड, ओपीडी, आक्सीजन प्लांट एवं अन्य वार्डों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इसके अलावा उन्होंने कोविड-19 अस्पताल का वाह्य निरीक्षण कर कोविड-19 अस्पताल की व्यवस्थाओं के सम्बन्घ में भी जानकारी ली। इमर्जेसी एवं ट्रामा सेन्टर के निरीक्षण के दौरान उन्होंने इमर्जेसी में दी जा रही सुविधाओं के सम्बन्ध में मरीजों तथा उनके परिजनों से बात की। बातचीत के दौरान मरीजों तथा परिजनों ने विश्वविद्यालय द्वारा दी जा रही इमर्जेंसी तथा अन्य सेवाओं को बेहतर बताया। इमर्जेसी वार्ड के निरी़क्षण के दौरान उन्होंने जीवन-रक्षक औषधियों तथा जरूरी उपकरणों की उपलब्धता की जानकारी लेने के साथ इमर्जेसी में कार्यरत् चिकित्सा अधिकारी एवं हेल्थ केयर वर्कर्स से बात की। निरीक्षण के अन्त में कुलपति प्रो0 डा0 रमाकान्त यादव ने आक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव के साथ चिकित्सा अधीक्षक डा0 आदेश कुमार, कुलसचिव सुरेश चन्द्र शर्मा इमर्जेंसी प्रभारी सोमेन्द्र पाल सिंह चौहान आदि उपस्थित रहे। निरीक्षण के बाद बात करते हुए कुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव ने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर की सम्भावित आशंका के मद्देनजर विश्वविद्यालय द्वारा बच्चों के लिए डेडिकेटेड 100 बेडेड् पीआईसीयू जिसमें 50 बेड आईसीयू एवं 50 बेड् एचडीयू/आइसोलेशन के बनाये गये हैं जिसमें सामान्य कोविड संक्रमित बच्चों के साथ गंभीर रूप से कोविड संक्रमित बच्चों का इलाज किया जायेगा। इसके अलावा विश्वविद्यायल द्वारा दी जा रही सभी इमर्जेंसी सेवायें जारी हैं साथ ही कोविड-19 की दूसरी लहर से प्रभावित मरीजों के लिए 100 बेडेड् पोस्ट कोविड वार्ड बनाया गया है जहॉ पोस्ट कोविड मरीजों का इलाज पूरी तत्परता से किया जा रहा है। चिकित्सा अधीक्षक डा0 आदेश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में कुलपति महोदय के दिशानिर्देश में सभी जरूरी चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम को देखते हुए इमर्जेसी ट्रामा एवं कोविड-19 अस्पताल के आस-पास त्वरित कचरा एवं जल-जमाव निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सेनिटेशन प्रभारी एवं अन्य जरूरी विभागों को निर्देश दिया गया है।