बरसाती गड्ढ़े में डूबने से एक ही मोहल्ले के चार दोस्तों की मौत, जिसमे थे दो सगे भाई    

राजस्थान के पाली  क्षेत्र में बुधवार को 4 बच्चों की पानी में डूबने से मौत हो गई। चारों तालाब में बने बड़े गड्डे में भरे बरसाती पानी में नहाने उतरे थे। 4 बच्चों में दो सगे भाई थे जबकि सभी एक मोहल्ले के रहने वाले थे। घटना दोपहर तीन बजे की बताई जा रही है।SP कालूराम रावत ने बताया कि हादसे में आसिफ तेली (10 ), अजान खान (16), मुकेश मेघवाल (10 ) और अजय मेघवाल (8) की डूबने से मौत हो गई। चारों सेवरिया दरवाजा रास के रहने वाले थे। इनके शव स्थानीय गोताखोरों की मदद से निकाले गए। बाद में परिजन को सौंप दिए थे।

घर वालों के आने से पहले ही  डूब चुके थे मासूम
जैतारण-रायपुर क्षेत्र में पिछले दिनों बारिश होने से गांव के तालाब में जगह-जगह नरेगा कार्य के तहत खोदे गए गड्डों में पानी भर गया था। तालाब में जिस गड्डे में बच्चे डूबे उसमें करीब 8-9 फीट पानी था। दोपहर करीब तीन बजे 5 बच्चे नहाने के लिए तालाब में गए। चार तो पानी में उतर गए, 7 साल का जावेद नहाने नहीं उतरा। चारों जैसे ही पानी में उतरे गहरे में चले गए। तैरना नहीं आने से सभी डूबने लगे। उन्हें डूबता देख जावेद तुरंत घर की ओर भागा और घरवालों को सूचना दी। परिजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे तब तक चारों पानी में डूब चुके थे।

एक घंटे की कड़ी मेहनत  के बाद मिले शव
बच्चों के निकालने के लिए गांव के कुछ लोग पानी में उतरे। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद एक के बाद एक चारों के शव पानी से बाहर निकाले गए। इसके बाद इन्हें रास सीएचसी ले जाया गया। यहां सभी बच्चों के मृत घोषि कर दिया गया। मौके पर रायपुर एसडीएम डॉ. भास्कर विश्नोई, सीओ जैतारण सुरेश कुमार मयजाप्ता मौके पर मौजूद रहे। एक साथ चार बच्चों के डूबने की सूचना पर कार्यवाहक जिला कलक्टर श्वेता चौहान, एसपी कालूराम रावत भी मौके पर पहुंचे। एक साथ चार मासूमों की मौत से पूरे गांव में मातम छाया रहा। मृतकों के मोहल्ले में अधिकतर घरों में चूल्हे नहीं जले। दो मासूमों की अर्थी व दो मासूमों का जनाजा निकला तो हर ग्रामीण की आंख नम नजर आई। मृतकों की मां का रो-रो कर बुरा हाल था। उन्हें परिजन व ग्रामीण महिलाएं सांत्वना देती नजर आईं, लेकिन उन्हें अब भी यकिन नहीं हो रहा था कि उनके दिल के टुकड़े अब इस दुनिया में नहीं रहे।

 भंवरूराम मेघवाल मजदूरी करता हैं। उसके मुकेश और अजय के अलावा 7 साल की बेटी है। दोनों बेटों के जाने के बाद अब 7 साल की भावना ही बची हैं। ग्रामीणों ने बताया कि भंवरू के दो भाई गिरधारीलाल दो बेटियां व घनश्याम के एक बेटी हैं। दोनों के बेटा नहीं हैं। ऐसे में तीनों परिवारों के बीच मुकेश व अजय का खूब लाड-प्यार किया जाता था। दोनों की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया।

रास निवासी फरमान काम काज के सिलसिले में सऊदी अरब में हैं। अजान उसका बड़ा बेटा था। फरमान की पत्नी वह दोनों बेटों के साथ अपने दादा मंजूद बेग के पास रास में रहते हैं। अजान भी दोस्तों के साथ नहाने गया था। हादसे के बाद फरमान की बीवी गहरे सदमे में चली गई। जिसे परिजन सांत्वना देते नजर आए।जान गंवाने वाले आसिफ के पिता बाइक मरम्मत का काम करते हैं। आसिफ के अलावा उनका एक और बेटा है। दोनों अपने दोस्तों के साथ तालाब में नहाने गए थे। यहां डूबने से आसिफ की मौत हो गई। जावेद अंदर नहीं उतरा इसलिए बच गया। उसी ने घर आकर हादसे की सूचना दी।

  बारिश के मौसम में डूबने सेहोती हैं ज्यादा मौतें, इस मौसम में रखे  बच्चों का विशेष ख्याल

मानसून के दौरान अच्छी बरसात होने से नदी-नालों, गड्डों में बरसाती पानी भर जाता हैं। सुहाना मौसम होने के कारण बच्चे और बड़े ही भी नहाने के लिए उनमें उतर जाते हैं। तो कई जने झरनों का आन्नद लेने चले जाते हैं। वहां नहाने के दौरान कईयों के साथ हादसे हो जाते हैं। इसलिए परिजनों को चाहिए कि विशेषकर अपने बच्चों का इस मौसम में ध्यान रखें। उन्हें अकेले नदी, तालाब, नालों में नहाने के नहीं जाने दे।   परिजन विशेषकर मानसून के मौसम में बच्चों का ध्यान रखें। उन्हें नदी, नालों की तरफ अकेला न जाने दे। तथा खुद भी बहते हुए पानी में उतरने से बचे। कई बार ऐसा होता हैं कि रपट से बहते पानी से बाइक आदि वाहन निकालने के दौरान भी पानी तेज हो जाता है जिससे हादसे हो जाते हैं।

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