रायबरेली।डलमऊ (संवाददाता) इंतजार सिंह के साथ देखिए खास रिपोर्ट
यह मामला विकासखंड दीन शाह गौरा ब्लाक के ग्राम सभा हमीर मऊ का है जहां की सफाई के नाम पर सफाई कर्मी कर रहे हैं अपनी मनमानी ऐसे कई ग्राम सभाएं हैं जिसमें सफाई कर्मी नदारद रहते हैं ग्राम प्रधान के काम को देखते हैं वह कभी भी अपने काम पर ध्यान नहीं देते ना ही गांव में कभी सफाई करते हैं जानकारी लेने पर वहां पर मौजूद मौजूद हमीर मऊ ग्राम सभा के कुछ लोगों ने बताया कि सफाई कर्मी आते तो हैं लेकिन कुटिया पर पंचायत भवन में पान खाकर बैठे रहते हैं और वहीं पर अपनी ड्यूटी पूरी करते हैं उन्हें कोई शिकायत भी करता है तो वह अपना कार्य नहीं करते हैं इसकी शिकायत ग्राम प्रधान को की गई थी तब एक बार आके महक 5 मीटर सफाई करवाए थे उसके बाद दोबारा नहीं आए और ग्राम वासियों को अपने हाथों से सफाई करनी पड़ती है सफाई कर्मी सिर्फ अपनी ड्यूटी पंचायत भवन में बैठकर पूरी करते हैं पूछने पर बताया कि सफाई कर्मी कभी आते ही नहीं उनको प्रधान के ही काम से छुट्टी नहीं मिलती है और ना ही कोई अधिकारी गांव में देखने के लिए आता है इस से ज्ञात होता है कि छोटे स्तर से लेकर बड़े स्तर तक के आला अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं और सफाई कर्मी अपनी मनमानी कर रहे हैं कहते हैं कि जब सैंया कोतवाल तो अब डर काहे का हम कुछ नहीं करेंगे जिसको जो करना है वह कर लो जिसको साफ करना है अपने हाथ से साफ करें हमीर मऊ ग्राम सभा में बजबजाती हुई नाली का आलम देखिए!हमीरमऊ ग्राम सभा में ऐसा लगता है कि वहां पर कई सालों से कोई सफाई कर्मी नहीं गया है वीडियो और ग्राम प्रधान की मिलीभगत से सफाई कर्मी सिर्फ उन्हीं के कामों को ध्यान देते हैं जो वीडियो साहब और ग्राम प्रधान कहते हैं और अधिकारी अपना काम अपने हाथों से करते हैं लेकिन सफाई कर्मी कहीं-कहीं महीने में ₹200 देकर एक लेबर से दो-चार नालियों को साफ करा देते हैं क्योंकि उनको अपना कार्य करने में शर्म आती है और वह अपना कार्य करना नहीं चाहते वह सिर्फ प्रधान के यहां ब्लॉक में बस यही काम ढूंढते रहते हैं और करते रहते हैं क्योंकि उनका लेखा-जोखा ग्राम प्रधान व वीडियो के पास रहता है अगर वह अपना कार्य करने लगे तो गांव स्वच्छ और साफ सुथरा दिखे लेकिन इसकी फिक्र किसी भी अधिकारी को नहीं है अगर यही आलम रहा तो माननीय प्रधानमंत्री जी और माननीय मुख्यमंत्री जी का स्वच्छ भारत स्वच्छ गांव का सपना कैसे पूरा होगा कुछ अधिकारी तो सिर्फ अपनी ड्यूटी पूरी करने में लगे हैं कहते हैं कि हम किसी झमेले में नहीं पड़ना चाहते हैं हमें अपनी ड्यूटी पूरी करनी है इसीलिए सफाई कर्मियों का मनोबल बढ़ा हुआ है क्योंकि इस पर कोई कार्यवाही करने वाला नहीं है। अब देखना है कि मुख्यमंत्री जी का सपना स्वच्छ भारत मिशन कैसे पूर्ण होता है अब देखते हैं की इस पर कौन-कौन से अधिकारी गौर करते हैं या कि ऐसे ही सफाई कर्मियों की मनमानी चलती रहेगी।