एमपी के देवास जिले में बेटे की हरकतों से परेशान एक दंपती ने बुधवार रात जहर खा लिया। उन्हें गंभीर हालत में इंदौर के निजी अस्पताल लाया गया जहां उनकी मौत हो गई। मृत्यु से पहले पिता ने देवास पुलिस को बयान दिया है कि वे बेटे की हरकतों से परेशान थे। वह गलत संगत में पड़ने से आए दिन पैसों के लिए तंग किया करता था। वह घर और दुकान के साथ बैंक से भी रुपए निकाल लेता था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
पुलिस के अनुसार पुंजापुरा-बागली के रहने वाले 47 साल के ताराचंद पुत्र रामसिंह और पत्नी ममता (40) की मौत हुई है। उनका पुलिस चौकी के पास ही गैराज है। दंपती के जहर खाने की सूचना उनके बेटे गोपाल (20) ने बुधवार रात सवा बजे डॉयल-100 को दी थी। उसने बताया था कि माता-पिता उसे जहर खाकर जान देने की धमकी दे रहे हैं। इस पर पुलिस उसे लेकर उसके घर पहुंची तो पिता ने दरवाजा खोला। पुलिस ने पूछा तो उसने सबकुछ ठीक बताया। हालांकि, इसी दौरान ममता को उल्टियां होने लगीं। इस पर जवान संजय उपाध्याय ने उनसे कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि दोनों ने जहरीला पदार्थ खा लिया है।
ममता को उल्टी करता देख जवान डायल-100 से ही बागली अस्पताल लेकर पहुंचे। उन्होंने पुलिस को बताया कि जिस बेटे ने उन्हें बुलाया है, उसी की हरकतों से हम परेशान हैं। पता चला है कि बेटा उन्हें पैसों के लिए परेशान करता है। वह घर के अलावा, दुकान के गल्ले और बैंक तक से रुपए निकाल लेता है। अस्पताल में दोनों की हालत गंभीर होने पर इंदौर रैफर कर दिया गया। दोनों को निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। गुरुवार को दोनों के पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए।
थाना प्रभारी बागली सुनीता कटारा ने बताया कि पिता ने अस्पताल में मृत्यु से पहले बयान दिया है कि बेटा गोपाल उन्हें परेशान करता था आए दिन घर में विवाद होता था। बेटे के गलत कारनामों से परेशान होने की वजह से जहर खाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।