यूपी के वाराणसी टिकरी गांव की BA की छात्रा की उसके प्रेमी गोपी ने गला दबाकर हत्या की थी। हत्या से पहले गोपी ने छात्रा के साथ किया था रेप और लेटे हुए ही उसका गला दबाकर उसके मुंह में कपड़ा ठूस दिया था। दरअसल, परिजनों की नाराजगी और मनाही के कारण छात्रा ने गोपी से बात करना बंद कर दिया था। इस वजह से गोपी शक करने लगा था कि छात्रा अब उसे छोड़ कर किसी और से प्यार करती है। इसी गुस्से में वह अपनी प्रेमिका के साथ हैवानियत से पेश आया।उधर, पुलिस के अनुसार आरोपी गोपी इससे पहले भी वर्ष 2016 में एक मासूम के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म के आरोप में शिवपुर थाने से जेल भेजा गया था। फिलहाल वह जमानत पर जेल से बाहर था।
3 साल से थे दोनों एक-दूसरे के संपर्क में
शिवपुर क्षेत्र की अष्टभुजी कॉलोनी के रहने वाले गोपी की बुआ का घर छात्रा के घर के समीप ही है। बुआ के घर आने-जाने के दौरान ही छात्रा से गोपी का परिचय हुआ। 3 साल से दोनों एक-दूसरे के नियमित संपर्क में थे। छात्रा के परिजनों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने उसे समझाया कि वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे और गोपी से बात या मुलाकात न किया करे। इसके बावजूद गोपी उससे चोरी-चुपके मिलता रहता था। कोरोना काल में छात्रा के घर पर ही रहने के कारण परिजनों की सख्ती थोड़ी ज्यादा ही बढ़ गई तो वह गोपी से बात करना बंद कर दी थी। इससे छात्रा पर गोपी का शक गहराया कि अब वह उसे छोड़ दी है और किसी के संपर्क में आ गई है।
मेरी नहीं तो किसी और की नहीं हो सकती
2 सितंबर की दोपहर 1:38 बजे छात्रा जब अखरी स्थित अपने कॉलेज से बाहर निकली तो गोपी साइकिल लेकर खड़ा हुआ मिला। छात्रा को लेकर वह शूलटंकेश्वर होते हुए माधोपुर गया और झाड़ियों में उसके साथ दुष्कर्म करने के दौरान ही उसका गला दबा दिया। छात्रा की चीख किसी को सुनाई न दे, इसके लिए गोपी ने उसके मुंह में कपड़ा ठूस दिया था। इसके बाद छात्रा का शव अर्धनग्न अवस्था में छोड़ कर उसका मोबाइल लेकर भाग गया था। गोपी ने कहा कि जब वह मेरी नहीं हो सकती तो किसी और की भी नहीं हो सकती है।
खोला मोबाइल ने राज
3 सितंबर की शाम 6 बजे के लगभग माधोपुर के ग्रामीणों से पुलिस को सूचना मिली कि गांव में झाड़ियों के बीच एक युवती का अर्धनग्न शव पड़ा है। पुलिस पहुंची तो समीप ही बैग पड़ा था, जिसमें छात्रा की कॉपी-किताब और आधार कार्ड भी था। रात 10 बजे के लगभग छात्रा की शिनाख्त हुई तो पुलिस ने उसके पिता से उसका मोबाइल नंबर मांगा। सर्विलांस की मदद ली गई तो सामने आया कि माधोपुर में जहां छात्रा का शव मिला था वहां उसके मोबाइल नंबर के अलावा गोपी का मोबाइल नंबर भी काम कर रहा था। इसी के सहारे पुलिस ने गोपी को पकड़ा और फिर वारदात की गुत्थी परत दर परत सुलझती चली गई।
लंका थाने की पुलिस ने नहीं सुनी पिता की गुहार
लंका थाना अंतर्गत टिकरी गांव स्थित अपने घर से छात्रा 2 सितंबर की सुबह 9 बजे अखरी स्थित बीएनएस कॉलेज पढ़ने के लिए गई थी। इसके बाद वह वापस घर नहीं आई। इसे लेकर उसके पिता 2 और 3 सितंबर को रमना चौकी और लंका थाने गए, लेकिन उनकी बेटी के गायब होने का मुकदमा नहीं दर्ज किया गया।छात्रा के गायब होने के संबंध में मुकदमा न दर्ज किए जाने पर अफसरों ने गहरी नाराजगी जताई। DCP काशी जोन अमित कुमार ने बताया कि लापरवाही बरतने के आरोप में रमना चौकी इंचार्ज अजय प्रताप सिंह, लंका थाने के एसएसआई राजेश गिरी और कांस्टेबल प्रिंस कुमार गौतम व दीपक कुमार को निलंबित कर दिया गया है। चारों के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया गया है।
दिलाएंगे आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा
क्षेत्राधिकारी सदर चारू द्विवेदी ने बताया कि छात्रा के पिता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या कर शव छुपाने के आरोप में रोहनिया थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। वारदात की तफ्तीश के लिए रोहिनया थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच को लगाया गया था। तफ्तीश में यही सामने आया कि छात्रा की हत्या गोपी ने ही की है।गोपी पर एसपी ग्रामीण ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। लठिया तिराहा से इंस्पेक्टर रोहनिया हरिनाथ भारती ने एसएसआई जमीलुद्दीन खान और दरोगा उमेश कुमार, गौरव मिश्रा, विनोद विश्वकर्मा व मनोज तिवारी के साथ गोपी को गिरफ्तार किया है। गोपी के पास से छात्रा का मोबाइल भी बरामद हुआ है। पुलिस आरोपी के खिलाफ अदालत में जल्द आरोप पत्र दाखिल कर उसके जघन्य अपराध के लिए उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाएगी।
खुलासे के बाद छात्रा के भाई ने किया हंगामा
पुलिस के खुलासे पर छात्रा के भाई ने सवाल उठाते हुए रोहनिया थाने में जमकर हंगामा किया। सीओ सदर से उसने कहा कि एक आदमी अकेले रेप और हत्या नहीं कर सकता है। वारदात को अंजाम देने में आरोपी के फूफा के 2 लड़के, उसके पिता और चाचा सहित कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं। उन सभी को गिरफ्तार किया जाए और सभी के खिलाफ कार्रवाई हो।सीओ सदर और इंस्पेक्टर रोहनिया ने छात्रा के भाई को समझाया कि खुलासा सही हुआ है और अभी विवेचना की जा रही है। यदि किसी अन्य के खिलाफ भी साक्ष्य मिला तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि छात्रा का भाई शांत नहीं हुआ और हंगामा जारी रखा। पुलिस अफसरों के जाने के बाद वह भी रोहनिया थाने से चला गया।