कोविड मरीजों के इलाज में चिकित्सकों के साथ फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण- प्रो0 रमाकान्त यादव*_संजीव शर्मा
न्यूज वाणी इटावा – सैफई 14 सितम्बर (अनिल कुमार पाण्डेय)। उ0प्र0 आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के अर्न्तगत संचालित पैरामेडिकल विज्ञान महाविद्यालय के फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा विश्व फिजियोथेरेपी सप्ताह पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मुख्य कार्यक्रमों में फिजियोथेरेपी पर आधारित कार्यशाला ‘‘लॉग कोविड- रिहैविलिटेशन‘‘ का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव ने किया। इस अवसर पर संकायाध्यक्ष डा0 आलोक कुमार, विभागाध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसिन डा0 पीके जैन, चिकित्सा अधीक्षक डा0 आदेश कुमार, कुलसचिव सुरेश चन्द्र शर्मा, पैरामेडिकल संकायाध्यक्ष एवं फिजियोथेरेपी विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 सूरज कुमार, फैकेल्टी मेम्बर डा0 गौरी शंकर, नेहा रस्तोगी, अंजली अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। इस दौरान विभाग के छात्र-छात्राओं के लिए पोस्टर प्रदर्शनी, क्विज प्रतियोगिता एवं अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया।विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव ने कहा कि पूरा विश्व पिछले दो सालों से कोविड-19 महामारी से जुझ रहा हैं। इस दौरान कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज में चिकित्सकों के साथ फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका भी बेहद महत्वपूर्ण रही। उन्होंने बताया कि कोविड-19 की दूसरी लहर में ठीक होने वाले मरीजों में बड़े पैमाने पर सांस लेने में परेशानी, मसल्स में कमजोरी और थकान जैसे लक्षण देखे गये। यदि इन लक्षणों का ठीक से इलाज न किया जाये तो शरीर की फक्शनलिटी में गंम्भीर समस्या हो सकती है। उन्होंने बताया कि इस दौरान फिजियोथेरेपी की मदद से बड़ी संख्या में मरीजों को फायदा हुआ। इसमें भी चेस्ट फिजियोथेरेपी से मरीजों के सैचुरेशन यानी ऑक्सीजन लेवल में वृद्धि के साथ लंग्स की रिकवरी में भी मदद मिली है।चिकित्सा अधीक्षक एवं रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 आदेश कुमार ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान वायरस, फेफड़ों और छाती को काफी क्षति पहुॅचाने वाला रहा। ऐसे में फिजियोथेरपी से काफी लाभ मिला। उन्होंने बताया कि छाती के अन्दर बलगम फंसने और सूखापन आ जाने के कारण सांस लेने में होने वाली दिक्कतों को ठीक करने में चेस्ट फिजियोथेरपी काफी कारगर रही, जिससे रोगियों को तेजी से लाभ मिला।
फिजियोथेरेपी विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 सूरज कुमार ने बताया कि कोविड- 19 संक्रमण से रिकवर होने के लिए मरीज अभी भी फिजियोथेरपी का सहारा ले रहे हैं। जो मरीज कोविड के गंभीर संक्रमण से बाहर आए हैं उन्हें ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने और फेफड़ों की रिकवरी में फिजियोथेरेपी काफी मदद कर रही है। सांस लेने में परेशानी, मसल्स में कमजोरी और थकान, यह वो सामान्य लक्षण हैं जो कोविड से ठीक होने के बाद लोगों में देखने को मिल रहे हैं।