अलीगढ़ के जट्‌टारी में  बच्चे के हाथ में आते ही रीसेट हो रहा है मोबाइल, बच्चे के घर मोबाइल लेकर जाने वालों की लगी भीड़

 

यूपी के अलीगढ़ के जट्‌टारी में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। 14 वर्षीय एक बच्चे के हाथ में जैसे ही कोई स्मार्ट फोन जा रहा है, वह पूरी तरह से रीसेट हो जा रहा है। जिससे मोबाइल का सारा डेटा और उनमें स्टोर की गई जानकारी गायब हो जा रही है और मोबाइल फिर से बिल्कुल नए जैसा हो जा रहा है।

जी हां, चौकिए मत यह घटना यह पूरी तरह से सच है जिसके बाद अलीगढ़ में इस बच्चे के घर पर मोबाइल लेकर लोगों की भीड़ लग रही है और लोग यह देखना चाह रहे हैं कि क्या वास्तव में ऐसा हो रहा है। ऐसा होने के बाद जब बच्चे के पिता ने उसकी जांच कराई तो जांच में सारी रिपोर्ट नार्मल आई ।

हुआ था 12 मई को पहली बार  डाटा गायब

जट्‌टारी कस्बा के मुहाल्ला पालीवाल गली निवासी गौरव के 12 वर्षीय पुत्र अस्तित्व के हाथ में मोबाइल आने से वह अपने आप उसने से सारा डाटा गायब हो रहा है। पिता गौरव ने बताया कि 12 मई को उनके घर के सारे मोबाइल से अचानक ही डाटा अपने आप गायब होने लगा। जब वह अपने मोबाइल को लेकर कंपनी के सर्विस सेंटर पर गए। अपने मोबाइल के डाटा उड़ने के कारणों का पता नहीं चल सका और लगातार यह परेशानी आती रही। लेकिन मोबाइल स्टोर वाले भी इसका पता नहीं लगा सके।

सारे मामले का रक्षा बंधन पर हुआ खुलासा

गौरव ने बताया कि 22 अगस्त को उनकी पत्नी व बेटा अपने ननिहाल गया था। वहां उनकी पत्नी व ससुराल के सारे मोबाइल का डाटा उड़ गया। जिसके बाद उन्हें पता चला कि जो भी मोबाइल उनके बेटे के संपर्क में आ रहे हैं, उसमें इस तरह की परेशानी आ रही है। मोबाइल के डाटा के उड़ने के बारे में पता लगने पर उनके पैरों की नीचे से जमीन निकल गई गौरव ने बताया कि अब उनका अपने घर में मोबाइलों को रखना दूभर हो गया है। इसके साथ ही उन्हें अपने बेटे की चिंता भी सता रही है।

घर में कैद होकर रह गया अस्तित्व 

 इस घटना की जानकारी जैसे जैसे लोगों को होने लगी, लोग अब बच्चे के पास जाने से भी कतरा रहे हैं। यहां तक की डॉक्टरों ने जब इलेक्ट्रॉनिक बीपी मशीन पर बीपी को नापने की कोशिश की तो वह भी एरर दिखाती है। तथा बीपी को नहीं बताती है। वहीं अस्तित्व का कहना है कि उसके अपने शरीर में किसी भी प्रकार का कोई बदलाव महसूस नहीं होता है।अचानक ही मोबाइल के उसके संपर्क में आने पर उसका डाटा गायब हो जाता है।

अस्तित्व की नोएडा के एक बड़े हॉस्पिटल में कराई जांच

पिता ने बताया कि यह परेशानी आने के बाद वह अपने बेटे को नोएडा के एक बड़े निजी अस्पताल में लेकर गए। वहां न्यूरो सर्जन समेत विभिन्न विभाग के डॉक्टरों ने उनके बेटे की सभी तरह की जांचें कराई लेकिन सभी जांच नार्मल आई और शरीर में किसी तरह की परेशानी नहीं आई। जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें वापस भेज दिया।

लग रही है बच्चे के घर पर  भीड़

जहां कुछ लोग इस घटना की जानकारी होने के बाद बच्चे से बच रहे हैं, वहीं काफी लोग इसकी वास्तविकता परखने के लिए हर दिन बच्चे के घर जाकर उससे मिल भी रहे हैं। वह अपना मोबाइल लेकर बच्चे के हाथ में रखते हैं जिससे मोबाइल का डाटा गायब हो जाता है। जिससे उन्हें यह विश्वास हो जाता है कि वास्तव में ऐसा हो रहा है। इससे बच्चे के माता पिता उसके भविष्य को लेकर और ज्यादा चिंतित हो रहे हैं।

आ चुका है कानपुर में भी  ऐसा मामला

अलीगढ़ के न्यूरो सर्जन डॉ अमित वार्ष्णेय ने बताया कि पहले भी एक ऐसा मामला आ चुका है। इसमें कानपुर की 14 वर्षीय छात्रा में इस तरह की परेशानी आ रही थी। इस बीमारी को ताकायासू कहा जाता है। जिसमें कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कालेज के वरिष्ठ चिकित्सकों ने जांच की तो इसकी जानकारी हुई। उन्होंने बताया कि यह एक दुर्लभ तरह की बीमारी होती है जो 10 लाख बच्चों में किसी एक के साथ होती है।

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