एमपी के जबलपुर के बेलखेड़ा कस्बे में घर से स्कूल गया 7वीं में पढ़ने वाला 13 वर्षीय बालक निर्माणाधीन स्कूल का छज्जा गिरने से उसकी चपेट में आ गया। उसके सिर में गंभीर चोटें आईं। उसे बेलखेड़ा से मेडिकल रेफर किया गया लेकिन वहां पहुंचने से पहले उसकी सांसें थम गईं।
बेलखेड़ा पुलिस के मुताबिक गुंदरई निवासी बृजेश लोधी का 13 वर्षीय बेटा कार्तिक लोधी बेलखेड़ा स्थित माध्यमिक शाला में 7वीं में पढ़ता था। वह गांव के दूसरे लड़कों के साथ सुबह 9.30 बजे घर से स्कूल के लिए निकला था। हालांकि कस्बे वालों का दावा है कि स्कूल के प्रिसिंपल आरडी प्रसाद 8 किमी मनकेड़ी से प्राय: दोपहर में पहुंचते हैं।
प्रिसिंपल के देरी से पहुंचने के चलते तब तक बच्चे खेलते रहते हैं। शुक्रवार सुबह 10.30 बजे भी सभी बच्चे खेल रहे थे। इसी दौरान कार्तिक लोधी निर्माणधीन स्कूल भवन के छज्जा के नीचे से निकल रहा था। तभी छज्जा की सेंटिंग खुल गई और भरभरा कर पूरा मलबा उसके सिर पर आ गिरा।कार्तिक का सिर फट गया। उसे खून से लथपथ हालत में वहां मौजूद लोगों ने बेलखेड़ा अस्ताल पहुंचाया। वहां से घरवाले भी पहुंचे। हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने मेडिकल रेफर कर दिया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कार्तिक के पिता बृजेश लोधी के मुताबिक स्कूल भवन बना रहे ठेकेदार की ये पूरी लापरवाही है। जहां छोटे-छोटे बच्चे पढ़ते हैं वहां इस तरह खुले में निर्माण करना कहां तक जायज है। इसे टीन शेड से घेरा जाना था जो ठेकेदार ने नहीं किया। वहीं स्कूल के टीचर भी लापरवाह हैं। वे दोपहर तक स्कूल में पहुंचते हैं। ऐसे में बच्चों के साथ इस तरह के हादसे की पूरी संभावना बनी रहती है।