परिजन की पहल पर अब बुजुर्गों की मौत के बाद देह व नेत्र दान से होगी चार लोगों की अंधेरी दुनिया में रोशनी
आपको बता दे कि दीपावली की रात जहां हर तरफ दीप जगमगा रहे थे वहीं शहर में दो बुजुर्गों की बीमारियों के चलते मौत हो गई। इसके बाद उनके परिजन ने आगे आते हुए उनके नेत्र दान करने की इच्छा जताई। इस पर तत्काल तैयारियां की गई और दोनों के नेत्र दान की प्रक्रिया पूर्ण की गई। इसी कड़ी में इन्हीं में से एक बुजुर्ग के परिजन ने उनकी देह भी दान की है। अब इन दोनों की डोनेट की गई आंखों से चार लोगों की अंधेरी दुनिया में उजियारा होगा वहीं देह दान मामले में मेडिकल छात्र इस पर अनुसंधान कर सकेंगे।
इन बुजुर्गों के नाम स्व. पुरुषोत्तम शर्मा व रोशनी अग्रवाल हैं। दोनों निवासी इंदौर हैं। दीपावली के दिन इनकी मौत हो गई। इस पर परिवार ने तुरंत डॉक्टरों से नेत्र दान व देह दान को लेकर बात की। इधर समाज के दीपक अग्रवाल व सुभाष शर्मा ने आई बैंक व मुस्कान ग्रुप के सेवादार जीतू बा़गानी व गोपाल सरोके से संपर्क किया। चूंकि इन प्रक्रियाओं में समय लगता है इसलिए देर शाम दोनों के नेत्र दान किए गए। ऐसे ही स्व. पुरुषोत्तम शर्मा के देह मान सरोवर आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय को डोनेट की गई।
होगी तीन माह में 136 लोगों की जिंदगी में रोशनी
खास बात यह कि शहर में पिछले तीन महीने में में 66 लोगों के नेत्रदान हो चुके हैं जिससे 136 लोगों के जिंदगी में रोशनी होगी। वैसे देश में हर साल 2 लाख लोगों को कार्निया ट्रांसप्लांट की जरूरत होती है। इनमें 20 हजार नए मामले हर साल जुड़ते हैं। ऐसे में लोगों को अपील की गई है कि वे इस तथ्य को समझे और नेत्रदान के प्रति भ्रांतियां वमिथक को दरकिनार कर नेत्रदान, अंग दान के लिए आगे आएं और मानवता के प्रति सजग रहें।