मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक 45 वर्षीय व्यक्ति की कोवैक्सीन लगवा कर घर पहुँचने के बाद मौत हो गई। मौत की असल वजह क्या रही ये स्पष्ट नहीं हो पाया है। मजदूर की मौत के बाद हेल्थ विभाग सकते में आ गया है। कारणाें का पता लगाने के लिए मंगलवार 09 नवंबर को मेडिकल कॉलेज में पीएम कराया जाएगा।
पुलिस के मुताबिक बघेली वार्ड नंबर 75 निवासी रविशंकर यादव (45) मजदूरी करते थे। वह कोवैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने सोमवार को उर्दुआ स्थित सेंटर गए थे। वहां से वैक्सीन लगवा कर वह दोपहर में लगभग डेढ़ बजे घर पहुंचे थे। भतीजे नितिन यादव के मुताबिक वह आकर सो गए थे। शाम चार बजे के लगभग परिवार के लोग जगाने पहुंचे तो वह नहीं उठे। घबराकर वे पहले महाराजपुर, फिर अधारताल और इसके बाद दमोहनाका स्थित निजी अस्पताल ले गए। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का कहना वैक्सीन के चलते हुई मौत
रविशंकर यादव की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। दावा किया कि वैक्सीन के चलते मौत हुई। परिजनों की सूचना पर पनागर पुलिस पहुंची और वैक्सीनेशन अधिकारी को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए मेडिकल के मरचुरी में रखवाया गया है। मंगलवार को शव का पीएम होगा।
अगर वैक्सीन का रिएक्शन होता तो तुरंत दिखता असर
उधर, जिला वैक्सीनेशन अधिकारी डॉक्टर एसएस दाहिया ने कहा कि पूरा मामला संज्ञान में है। शव का पीएम कराया जा रहा है। इसके बाद ही पता चलेगा कि मौत की क्या वजह रही। पर एक बात साफ है कि वैक्सीन के चलते मौत नहीं हुई होगी। वैक्सीन का रिएक्शन होता तो तुरंत दिखता।
लगे जिले में 31 लाख डोज , पूरी तरह से सुरक्षित वैक्सीन
जबकि वैक्सीन दोपहर में 12.30 बजे के लगभग लगा था। डेढ़ बजे वह घर पहुंचे। चार बजे के लगभग उनकी मौत हुई। और दूसरी बात ये कि पहला डोज लग चुका था। रिएक्शन होना रहता तो पहले डोज में ही इसका असर दिख गया होगा। जिले में 31 लाख डोज लगाए जा चुके हैं। इस तरह का ये पहला मामला सामने आया है।