बता दे कि डेंगू अब जानलेवा बनता जा रहा है। अब तक मौतें नहीं हो रही थी लेकिन अब डेंगू के गंभीर मरीज अस्पतालों में आ रहे हैं। एमबीएस के आईसीयू में मंगलवार को एक रोगी की मौत हो गई। स्टेशन क्षेत्र के हुसैनी नगर निवासी इमामुद्दीन (40) को दो दिन से बुखार था। एक दिन पहले उन्हें स्टेशन रोड के प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया जहां तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई और मंगलवार सुबह एमबीएस लाया गया।
मेडिसिन की यूनिट हेड डॉ. दीप्ति शर्मा ने बताया कि रोगी शॉक में था ब्लड प्रेशर रिकॉर्ड नहीं हो रहा था ब्लीडिंग हो रही थी और दौरे आ रहे थे। उसे वेंटिलेटर पर लिया और एसडीपी के लिए प्रक्रिया शुरू कराई। लेकिन इससे पहले ही मौत हो गई। मरीज के प्लेटलेट काउंट्स मात्र 7 हजार थे। हमारे यहां सैंपल लिए थे, जिनकी रिपोर्ट नहीं आई। वहीं जिले में मंगलवार को भी 30 डेंगू रोगी मिले।
निजी हाॅस्पिटल में 11 दिन के नवजात बच्चे काे डेंगू का मामला सामने आया है। इतनी कम उम्र के बच्चे काे डेंगू की पुष्टि हाेने से चिकित्सक भी हैरान हैं। डॉक्टरों का मानना है कि बच्चे की मां को संक्रमण रहा होगा ऐसे में वह जन्मजात यह संक्रमण लेकर ही पैदा हुआ। बच्चे की मां की गत दिनों डिलीवरी के बाद ही एक निजी हॉस्पिटल में मौत हो गई।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. कमल वार्ष्णेय ने बताया कि बताया कि खेड़ारसूलपुर गांव का यह बच्चा 3 नवंबर को हमारे यहां एडमिट हुआ था और मंगलवार काे स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया है। वो रैपिड टेस्ट में डेंगू पॉजिटिव था। उसकी प्लेटलेट्स घटकर 15 हजार तक रह गई थी। इस वजह से उसे प्लेटलेट्स भी चढ़ाई गई।