राजस्थान कोटा में 17 साल के नाबालिग की हत्या के आरोप में दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों फरार थे। जो झालावाड़ व डग होते हुए एमपी में जाने की फिराक में थे। उससे पहले ही पुलिस ने राहुल उर्फ आउ (18) व सोनू मीणा (23)को डग से गिरफ्तार किया। दोनों के खिलाफ मारपीट के 9-9 मामले दर्ज है।
वारदात का खुलासा करते हुए एडिशनल एसपी प्रवीण जैन ने बताया कि राजकुमार शर्मा व आरोपी राहुल दोनों परिचित हैं। राजकुमार ने राहुल उर्फ आउ से 1 हजार रुपए उधार ले रखे थे। राजकुमार ने कई बार राहुल की बहन के मोबाइल से अपने मोबाइल में रिचार्ज करवाया था। इसके पैसे भी उसने नहीं चुकाए थे। इस बात को लेकर राहुल उर्फ आउ उसके दोस्त सोनू मीणा से राजकुमार शर्मा का मनमुटाव चल रहा था। वारदात वाले दिन राहुल व सोनू मीणा ने मिलकर राजकुमार पर पैसे चुकाने के लिए दबाव डाला और धमकाया।
बाइक पर ले जाकर वारदात को दिया अंजाम
शाम को अंधेरा होने पर उसे अपनी बाइक पर बैठाकर बंधा धर्मपुरा वाले रोड पर ले गए। सुनसान जगह ले जाकर उसे पैसे देने के लिए धमकाया। इस पर राजकुमार ने उनकी गिरफ्त से भागने की कोशिश की। राहुल और सोनू ने उस पर चाकू से वार किए। राज ने भी पूरा संघर्ष किया। इसमें राहुल व सोनू दोनों के शरीर पर चोटें आईं। सोनू मीणा और राहुल ने क्रूरता की सभी हदें पार करते हुए राजकुमार पर बेरहमी से चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। राजकुमार के शरीर पर कुल 16 बार वार करने के निशान मिले।
आरोपियों ने राजकुमार का मोबाइल पत्थरों से मार कर तोड़ दिया। दहशत फैलाने के लिए घटना का वीडियो, मोबाइल से बनाया। यही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। सुनसान जगह होने के कारण 2 दिन तक किसी को भी घटना की जानकारी नहीं लगी।
बदले घर आकर कपड़े
राजकुमार को मरा हुआ समझकर अपने घर पर आ गए। संघर्ष में खुद पर आई चोटों की पट्टी की, कपड़े बदले और सामान्य रूप से रहने लगे। राजकुमार का शव 9 नवंबर को मिला। इसके बाद आरोपी फरार हो गए। छिपने के लिए बार-बार ठिकाने बदलते रहे।
आरोपी बदमाश हैं। दोनों पर मारपीट के 9-9 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने पहले के केस में काटी फरारी के आधार पर ठिकानों पर दबिश देती रही। आरोपी लबान,झालावाड़, डग होते हुए एमपी भागने के फिराक में थे। उससे पहले ही पुलिस ने पकड़ लिया।