छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के ग्राम पतराटोली में घर के बाहर खेल रहे एक तीन वर्षीय बालक को पास के एक युवक ने पहले पीटा फिर उठाकर जमीन पर पटक दिया। परिजन बालक को इलाज के लिए अंबिकापुर मेडिकल काॅलेज अस्पताल ले आए लेकिन इससे पहले ही उसकी सांसें टूट गई थी।
डाॅक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि ग्राम पतराटोली निवासी बीतू नगेसिया का तीन वर्षीय पुत्र दीपक कुमार गुरुवार को घर के बाहर अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। इसी दौरान पड़ोस का युवक बिहारी नगेसिया पहुंचा और दीपक को पकड़ लिया। उसने पहले दीपक को हाथ मुक्के से पीटा। साथ में खेल रहे दूसरे बच्चे कुछ समझ पाते इससे पहले ही उसने दीपक को उठाकर जमीन पर पटक दिया जिससे वह बेहोश हो गया। यह देखकर बच्चे चिल्लाते हुए घर पहुंचे और दीपक के परिजन को बताया। परिजन पहुंचे तो दीपक बेहोश पड़ा था। उसकी सांसें चल रही थीं। इस बीच बिहारी वहां से भाग गया। दीपक को लेकर परिजन शंकरगढ़ अस्पताल पहुंचे। हालत गंभीर होने से प्राथमिक इलाज के बाद डाॅक्टर ने रेफर कर दिया। इससे परिजन उसे अंबिकापुर मेडिकल काॅलेज अस्पताल ले आए। यहां डाॅक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
दीपक की हालत नाजुक थी। डाॅक्टर ने शंकरगढ़ से उसे प्राथमिक इलाज के बाद अंबिकापुर रेफर कर दिया लेकिन सामुदायिक अस्पताल से उन्हें एंबुलेंस नहीं मिली। परिजन उसे फिर निजी वाहन से बिना किसी मेडिकल सपोट के अंबिकापुर ले आए थे। इस घटना से सरकारी अस्पतालों में एंबुलेंस की सर्विस पर सवाल उठ रहे हैं।