एमपी के बालाघाट के जलाशय में तालाब में डूबने से तीन दोस्तों की मौत हो गई जिसमे से एक की अगले महीने शादी होनी थी। परिवार वाले शादी की तैयारियों में लगे हुए थे। लेकिन जब उसका शव तालाब से बाहर निकला तो परिवार में चीख पुकार मच गई। परिवार वालों ने इतना ही कहा कि दीपांकर की 5 दिसंबर को शादी होने वाली थी।
टेकाड़ी क्षेत्र में बाघ दिखने की खबर मिलने के बाद दीपांकर गुरुवार को अपने चार दोस्तों के साथ बाघ का दीदार करने पहुंचा था। यहां से वे तालाब किनारे पहुंचे और मस्ती-मजाक में नाव से तालाब पार करने की उनकी जिद मौत का कारण बन गई। दीपांकर के साथ एक अन्य साथी के शव को खोज निकाला गया। शुक्रवार को होमगार्ड और एसडीईआरएफ के बचाव दल ने तालाब से पंकज पटले और अश्विनी ब्रह्मे का शव निकाला है। जबकि दीपांकर बिसेन का शव गुरुवार रात को ही बाहर निकाल लिया गया था।
जुड़ा था सेवा कार्य से अश्विनी
मृतक अश्विनी ब्रह्मे होटल कारोबार से जुड़ा कार्य करता था। वह महाकाल सेना का ब्लॉक अध्यक्ष भी था। हर शनिवार को वह महाकाल सेना के माध्यम से टेकाड़ी के पास स्थित शिव मंदिर में भंडारा सहित अन्य सेवा कार्य में शामिल होता था। वहीं मृतक दीपांकर बिसेन किसान परिवार से ताल्लुक रखता था। बताया गया कि दीपांकर अपनी शादी को लेकर काफी खुश था और दोस्तों के साथ शादी की तैयारियों को लेकर अक्सर बातचीत करता था। फिलहाल लालबर्रा पुलिस ने शुक्रवार को दोनों शव बरामद कर पंचनामा व पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है।