गोरखपुर में एक ऐसा मामला सामने आया एक बीटेक इंजीनियर इलाज कराने जा रहे थे सुबह ट्रेन से गिरकर मौत हो गई। हादसा नोनापार रेलवे स्टेशन के पास हुआ जब मृतक लघुशंका को जा रहा था तभी उसका पैर फिसल गया। घटना के बाद साथ में जा रहे पिता ने अगले स्टेशन से लौट कर शव का शिनाख्त किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं इसकी जानकारी होने पर सिवान (बिहार) स्थित मृतक के घर में कोहराम मच गया घटनास्थल पर पहुंचे लोगों का रो- रोकर बुरा हाल है।
बिहार प्रांत के सिवान जिले के हुसैनगंज थाना अंतर्गत सहुली फलदूधिया गांव निवासी रमेश यादव (22) बीटेक इंजीनियर थे। वे गुजरात के एक कंपनी में नौकरी करते थे। एक साल पूर्व गुजरात में अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई। इसके बाद से वे ड्यूटी पर लगातार अनुपस्थित रहने लगे जिससे उनकी नौकरी चली गई।
जानकारी होने पर परिजन उनको घर लाए और इलाज कराने लगे। रमेश अपने पिता श्रीकृष्ण यादव के साथ छपरा- मथुरा एक्सप्रेस से गोरखपुर इलाज कराने जा रहे थे। नोनापार रेलवे स्टेशन के समीप लघुशंका करने जाते समय उनका पैर फिसल गया। यात्रियों के बताने पर पिता भटनी स्टेशन पर उतर कर बेटे को ढूंढते हुए नोनापार पहुंचे तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
पिता ने बताया कि नौकरी जाने से रमेश की मानसिक हालत खराब हो गई थी। उसका इलाज गोरखपुर में चल रहा था। इस बाबत एसओ गोपाल पांडेय ने बताया कि ट्रेन से गिरकर युवक की मौत हुई है। परिजनों के अनुसार वह मानसिक रोगी था इलाज कराने जा रहा था।