सेना को रोकने की बजाय जवाबी कारवाई के आदेश दे सरकार

भारत के रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने पाकिस्तान को खुल्ली चेतावनी दी है की अगर पाकिस्तान ने भारत को भडकाया तो हम सेना को रोकेंगे नहीं। भारत ने रमजान के पवित्र महीने में सीजफायर घोषित किया है। फिर भी पाकिस्तान की ओर से भारत पर गोलीबारी हो रही है। भारत के सेना के जवान शहीद हो रहे है। पाकिस्तान अपनी पुराणी आदतों से बाज नहीं आ रहा और लगातार गोलीबारी कर रहा है। सीजफायर दो तरफ़ा होता है। जब कोई ऐसी बातचीत होती है तो दोनों देशो को उसका सम्मान करना होता है। भारत हाथ पर हाथ धरे सम्मान करे और पाकिस्तान भारत पर गोलियां दागा करे? यह कैसा सम्मान? रक्षामंत्री ने कहा की वह भारत को न उकसाये। यदि उकसाया तो जवाबी कारवाई होंगी। क्या कोई बतायेंगा की उकसाने की व्याख्या क्या है? पाकिस्तान की गोलीबारी से भारत के जवान शहीद हो रहे इससे ज्यादा उक्सानेवाली बात और क्या हो शकती है?

सीमा पर तैनात सेना के जवान को रोकना नहीं लेकिन आगे बढ़ने के आदेश होने चाहिए। यदि भारत के जवान दुश्मन देश के घर में घुस कर मार गिराए तो उसका सम्मान होना चाहिए। पाकिस्तान के रेंजर्स को जिस तरह खुल्ली गोलीबारी के आदेश है भारत के खिलाफ लड़ने की , उसी तरह भारत के जवानो को भी पाकिस्तान के खिलाफ खुल्ली गोलीबारी और लड़ने के आदेश दिए या नहीं? यदि ऐसे आदेश न दिए हो तो देश और जवानो के हित में सरकार आदेश जारी करे। कब तक हमारे जाबांज जवान इस तरह सीजफायर के उल्लंघन के शिकार होते रहेंगे?

सीमा पर तैनात जवानो की जाने कोई सस्ती नहीं। उसे भी यह आदेश दिया जाना चाहिए की पाकिस्तान सीजफायर कर रहा है तो वे भी रक्षामंत्री के आदेश की राह देखे बगैर ही तुरंत उसका जवाब दे और उनके भी दो-चार सिपाही मार गिराए। भारत के जव्वानो को रोकने की बजाय यह कायमी आदेश हो की सीजफायर हो या नहीं, सामने से गोली चले तो उसे मार गिराए। क्या जवानो के ऐसी छुट दी है या नहीं ? यदि नहीं तो देना चाहिए। भारत के जवानो के कंधे उनके शहीद हुए साथी जवान के ताबूत उठाने के लिए नहीं बने,लेकिन दुश्मन को मार कर आये जांबाज जवानो को अपने कंधे पर बिठाकर जश्न मनाने के लिए होने चाहिए।

भारत रमजान को सम्मान दे रहा है लेकिन हिन्दू रक्षामंत्री निर्मला जी को पत्ता होंगा की इस वक्त हिन्दुओ का पवित्र पुरुषोत्तम महिना जिसे अधिक महिना भी कहा जाता है वह चल रहा है। भारत पाकिस्तान के रमजान का सम्मान करे तो पाकिस्तान को भारत के पवित्र महीने का सम्मान करते हुए गोलीबारी बंद नहीं करना चाहिए? रक्षामंत्री को चाहिए की वह पाकिस्तान को यह कहे। सभी धर्मो का सम्मान होना चाहिए। यदि पाकिस्तान न माने तो सीजफायर को एक ओर रख कर जवानो से कहे की वे रुके नहीं आगे बढे। पिछले ४ साल में सबसे ज्यादा सीजफायर का भंग पाकिस्तान की ओर से हुवा है। ऐसे देश के लिए मान क्या सामान क्या। महिला रक्षामंत्री देवी दुर्गा बनकर पाकिस्तान को टुकडो में बांटने की हिम्मत दिखाए। जय दुर्गे…!

Leave A Reply

Your email address will not be published.