एमपी के मुरैना में भावुक करने वाला एक ऐसा मामला सामने आया है जहाँ एक दंपती ने जीने से लेकर मरने तक साथ निभाया। पति-पत्नी में अगाध प्रेम था। दोनों जहां भी जाते साथ-साथ जाते। जब पति की मौत हुई तो पत्नी उस सदमें को बर्दाश्त नहीं कर सकी और उसने भी मृत्यु के दो घंटों बाद अपने प्राण त्याग दिए। घटना गुरुवार की है। आपको बता दें कि यह रोचक एवं भावुक मामला पोरसा के डोंडरी गांव में घटा है। यहां नंदराम शर्मा पुत्र रघुवरदयाल शर्मा उम 76 वर्ष, निवासी ग्राम डोंडरी की मृत्यु गुरुवार को 12:45 पर हो गई थी। उनकी पत्नी रामकटोरी शर्मा उनसे बहुत प्रेम करती थीं।
उनकी मौत के बाद रामकटोरी शर्मा अपने पति की अर्थी के पास पहुंची और अपने मृत पति का मुंह पौंछा। उसके बाद नंदराम शर्मा के मृत शरीर को उनके बच्चे मुक्तिधाम ले गए जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। पति के गुजरने के कारण सदमें में पत्नी रामकटौरी शर्मा घर के अन्दर गईं तथा वहां उन्होंने गाय का दान किया और अपने रिश्ते में भांजे को दान दक्षिणा दी। उसके बाद वह अपनी बहू एवं नाती की पत्नी से बोली कि मैं अब जा रही हूूं, तुम सब लोग मिलजुलकर प्रेम पूर्वक रहना। उसके तुरंत बाद उनकी भी मृत्यु हो गई। उनके बेटे व नाती उनके पति का दाह संस्कार करके घर लौटे तो देखा कि उनकी भी मौत हो गई है। उसके बाद उनके बच्च उनकी भी लाश को मुक्ति धाम ले गए तथा उनका अंतिम संस्कार किया गया।
अगाध प्रेम था पति-पत्नी में
स्थानीय निवासियों का कहना है कि दोनों बुजुर्ग पति-पत्नी में एक दूसरे के प्रति अगाध प्रेम था। उनको आपस में लोगों ने कभी झगड़ते नहीं देखा। वृद्धा वस्था में दोनों एक दूसरे की मदद किया करते थे तथा आपस मे बैठकर बातें किया करते थे।
ज्येष्ठ पुत्र ने दी मुखाग्नि
दोनों लोगों को मुखाग्नि उनके ज्येष्ठ पत्र रामनरेश शर्मा ने दी। दोनों लोग अपने बड़े बेटे को बहुत चाहते भी थे।