यूपी के गोरखपुर में पत्नी से विवाद व मानसिक रूप से परेशान मदन कनौजिया(36) ने बुधवार आत्मघाती कदम उठाया। गैस सिलिंडर की पाइप काट दी और दो मासूमों के साथ खुद को आग के हवाले कर दिया। आग की लपटें व धुआं दिखा तो आसपास के लोग जुटे और दरवाजा तोड़कर घर के अंदर दाखिल हुए।
इससे पहले ही मासूमों व मदन की मौत हो गई थी। मदन का शव बेड पर पड़ा था, दोनों बच्चे बेड के नीचे गिरे पड़े थे। आग जल रही थी जिसे लोगों ने पानी डालकर बुझाया। इसके मामले की सूचना पुलिस को दी गई। आग से कमरे में रखे बिस्तर और कपड़े भी जल गए। मामले की सूचना पाकर एसपी नॉर्थ मनोज अवस्थी मौके पर पहुंचे और छानबीन के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक, मदन कनौजिया ने बेटी अन्नपूर्णा (7) व बेटे शेषनाथ (5) के साथ आग लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना दोपहर एक बजे की है। मदन ने घर की गैलरी में लगे लोहे के दोनों दरवाजे अंदर से बंद कर ताला लगाया परिवार का कोई सदस्य घर में नहीं था।
पिता लालचंद व दोनों बहनें घर से बाहर थीं। छोटा भाई एक फैक्टरी में काम करने गया था। मदन से विवाद के बाद ही पत्नी पूजा मायके चली गई थी। वह घटना के बाद सरया गांव लौटी। गीडा पुलिस ने घटना की वजह गृह कलह बताया है। यह भी कहा है कि मदन मानसिक रूप से परेशान था।
गीडा पुलिस के मुताबिक मृतक के छोटे भाई ने लिखित बयान दिया है। कहा कि मदन व उसकी भाभी के बीच अक्सर विवाद होता था। भाभी बच्चों को छोड़कर मायके चली गई थी। इससे विवाद बढ़ गया। भाई मानसिक रूप से परेशान था। गोरखपुर के डॉक्टर से इलाज भी कराया जा रहा था। बहरहाल गीडा पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट बृहस्पतिवार को आएगी, फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गीडा पुलिस ने लोहे की सीढ़ी की मदद से छत पर चढ़कर देखा कि अंदर आने का कोई दूसरा रास्ता तो नहीं है। इस दौरान पाया कि छत पूरी तरह से बंद है। मुख्य व पीछे के दरवाजे से घर में प्रवेश किया जा सकता है। इन दोनों दरवाजों पर अंदर से ताला बंद था। एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने कहा कि पिता ने दो बच्चों के साथ आग लगाकर आत्महत्या की है। मामले में हर पहलू की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।