इंदौर के तेजाजी नगर थाना क्षेत्र में दसवीं कक्षा की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जिससे घटना के कारणों का पता चल सके। पढ़ाई के तनाव को घटना की वजह माना जा रहा है। परिजन सदमे में हैं। पुलिस जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक इंदौर के तेजाजी नगर थाना क्षेत्र में घटना हुई। खुशी पिता ललित पंजनानी (15) का शव कमरे में फंदे पर लटका मिला। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पुलिस को परिजनों ने बताया कि खुशी की परीक्षा चल रही है। गुरुवार को उसने विज्ञान का पैपर दिया था। घर आकर कहा था कि पैपर बिगड़ गया है। शुक्रवार को गणित का पैपर था। इसके चलते वह तैयारी कर रही थी। देर रात करीब तीन बजे तक वह पढ़ाई कर रही थी और सुबह साढ़े पांच बजे का अलार्म लगाया था।
सुबह काफी देर तक अलार्म बजता रहा जिसके बाद खुशी की मां उसके कमरे में गई। वहां देखा तो खुशी फंदे से लटकी हुई थी। इसके बाद दूसरे लोगों को जगाया और जानकारी दी। खुशी को किसी तरह की समस्या नहीं थी और पढ़ाई में भी वह हमेशा अव्वल रहती थी। उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला। माना जा रहा है कि पैपर बिगड़ने के कारण वह तनाव में थी और इसी कारण उसने ऐसा कदम उठाया होगा।
देवास में भी एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। आर्थिक तंगी के कारण उसने यह कदम उठाया। मृतक का नाम वीरेंद्र गुप्ता, उम्र-35 वर्ष, है। अपने घर में उसे फांसी लगाई। उसके दोस्त ने बताया कि वीरेंद्र मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाता था। कुछ दिनों से वह परेशान था। कहा जा रहा है कि पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट मिला है जिसमें लिखा है कि आर्थिक तंगी के काऱण वह आत्महत्या कर रहा है।