भोपाल। मंदसौर गोलीकांड की बरसी पर आज देश भर से किसान संगठनों-नेताओं का जमावड़ा मंदसौर के समीप हाटपिपल्या में एकत्रित हुए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मंदसौर पहुंचे। जहां से उन्होंने हाटपीपल्या में किसानों की सभा को संबोधित किया। राहुल गांधी ने मंदसौर में आम सभा के दौरान किसानों, रोजगार, बैंकिंग, घोटालों, जैसे कई मुद्दों को लेकर मोदी सरकार पर आरोप लगाए। इसके बाद वे गांधी गोलीकांड में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
राहुल गांधी की सभा में प्रदेश भर से किसान एवं कांगे्रसी पहुंचे। सभा स्थल से 25 किमी के दायरे में वाहनों की वजह से जाम के हालात बने। वैकल्पिक रास्तों के जरिए सभा स्थल तक पहुंचे। इधर कानून-व्यवस्था की दृष्टि से भारी संख्या में बल तैनात किया गया। सुरक्षा के मद्देेजनर मंदसौर में इंटरनेट सेवा भी बाधित कर दी गई है। उधर, चुनावी साल में राहुल की इस सभा को बड़ा महत्वपूर्ण माना जा रहा है, इसलिए भाजपा दिल्ली और भोपाल से इस सभा पर नजर रखे हुए है। सभा में उमड़ी भीड़ के अनुसार, भाजपा आगे की रणनीति बनाएगी।
6 जून 2017 का दिन मप्र के इतिहास में काले दिवस के रूप में दर्ज हो गया है। एक साल पहले आज ही के दिन पुलिस ने हाटपीपल्या में आंदोलनकारी किसानों पर गोली चलाई थी। मंदसौर से 20 किलोमीटर दूर पीपल्यामंडी के खोखर गांव में आयोजित किसान रैली के लिए 3 मंच बनाए गए। पहले मंच पर किसान नेता, दूसरे पर वीआईपी और तीसरे पर मृत किसानों के परिजनों के बैठने की व्यवस्था की गई। इसके अलावा नेताओं के आने के लिए कार्यक्रम स्थल के नजदीक 3 हैलीपेड भी बनाए गए।
गोलीकांड में मारे गए सभी किसानों के परिजनों को राहुल की सभा में मंच पर जगह दी गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने आरोप लगाए कि मृृतकों के परिजनों को कार्यक्रम में जाने से रोका जा रहा। ज्ञात हो कि अधिकारियों की ओर से किसानों के परिजन को रैली में नहीं जाने के लिए धमकियां दी गईं। परिजनों को प्रशासन की ओर से आर्थिक सहायता, नौकरी और मदद वापस लेने की धमकी दी जा रही है। रैली में राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस नेता अशोक गेहलोत, सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, दिग्विजयसिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अजय सिंह, सुरेश पचौरी सहित सभी बड़े नेता मौजूद थे।