यूपी कासगंज में रिया की मौत के मामले में पुलिस ने आरोपी पिता-पुत्री को गिरफ्तार करने के बाद गहनता से पूछताछ की है। जांच में सामने आया है कि रायफल चलाने का तरीका बताते समय सहेली से लोडेड रायफल का ट्रिगर दब गया और गोली लगने से रिया की मौत हो गई। वहीं, बेटी को बचाने के लिए पिता ने सबूत छिपाने की कोशिश की। पुलिस ने आरोपी सहेली को जमानत दे दी है। बीती दो दिसंबर को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज से पेपर देकर लौटने के बाद सहेली के घर गई रिया राजपूत की गोली लगने से मौत हो गई।
इस मामले में रिया की दो सहेली और कोट मोहल्ला निवासी जैकी को नामजद किया गया। इस मामले में पुलिस ने सोमवार को आरोपी जैकी को गिरफ्तार किया। जांच और पूछताछ में पता चला कि उसकी नाबालिग बेटी अपनी सहेली को रायफल दिखा रही थी और बता रही थी कि किस तरह रायफल चलाते हैं। उसी दौरान लोडेड रायफल का ट्रिगर दबने से गोली चल गई।
पुलिस ने सहेली को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सहेली ने भी यही बताया कि रायफल चलाने का तरीका बताते समय ट्रिगर दबा था। पुलिस ने लापरवाही से लाइसेंसी शस्त्र रखने और सबूत छिपाने की कोशिश के लिए पिता जैकी को आरोपी माना है। जबकि सहेली गैर इरादतन हत्या की आरोपी है। सहेली को थाने से जमानत दे दी गई है।
रिया के पिता ने एक छात्रा के पिता जैकी व उसकी तीन सहेलियों के खिलाफ हत्या की धाराओं में मामला पंजीकृत कराया था। मामला दर्ज कराने के बाद परिजन लगातार गिरफ्तारी की मांग उठा रहे थे। रिया को न्याय की मांग दिलाने के लिए कैंडल मार्च भी निकाले गए। गिरफ्तारी न होने पर परिवार के लोगों ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी। दबाव के चलते पुलिस नामजद आरोपी जैकी की गिरफ्तारी के लिए कोशिशों में लगी थी। सोमवार पुलिस ने जैकी को पकड़ लिया था।
पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला था जिसमें छात्राएं घर में प्रवेश करते हुए व घर से भागते हुए दिखी थीं। पुलिस के मुताबिक दो छात्राएं एक ओर भागीं और एक छात्रा एक ओर भागी है। इस सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक छात्राओं ने दोपहर 1:06 मिनट पर प्रवेश किया और इसके बाद करीब दो मिनट के अंतराल पर ही तीन छात्राएं घर से बाहर भागती हुई निकली हैं। सीसीटीवी के मुताबिक इस पूरे घटनाक्रम में दो मिनट से कम का समय लगा है।