बाँदा मे गौशालाओं की व्यवस्था धडाम, लगातार भूख प्यास बीमारी से दम तोड़ रहे गोवंश कनवारा मे मृत पड़ी मिली 7 गौवंश- *ब्यूरो मुन्ना बक्श*
बाँदा। उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा लगातार गोवंश को लेकर चाहे जितना पैसा खर्चा किया जा रहा हो लेकिन गौशालाओं की व्यवस्था नहीं सुधर पा रही है आपको बता दें पूरा मामला बांदा जनपद के बड़ोखर खुर्द ब्लाक के अंतर्गत कनवारा गांव का है जहां पर 7 गोवंश मृत अवस्था पर पाए गए जिसकी जानकारी जिला अधिकारी बांदा को दी गई जिलाधिकारी अनुराग पटेल के द्वारा तुरंत संज्ञान लेते हुए नायब तहसीलदार को मौके पर भेजकर के जांच कराई गई वही पशु चिकित्सा अधिकारी को भेजकर के पोस्टमार्टम की कार्यवाही कराई गई वहीं उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा लगातार गौवंशो को लेकर लाखों करोड़ों रुपए की धनराशि खर्च की जा रही है इसके बावजूद भी गौशालाओं की स्थिति बद से बदतर है उसमें सुधार नजर नहीं आ रहा है अभी हाल ही में नरैनी क्षेत्र में सैकड़ों की तादाद में गोवंश को जिंदा दफनाने का मामला सामने आया था जिस पर प्रशासन के द्वारा दोषियों के खिलाफ अभी पूरी तरह कार्यवाही नहीं की गई है तो वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा लगातार कहा जा रहा है की गोवंश के खाने-पीने व उनके अस्थाई गौशाला स्थल ठीक-ठाक करने के लगातार निर्देश जारी किए जाते हैं लेकिन क्या स्थानीय स्तर के अधिकारी कर्मचारी सचिव या प्रधान इन लोगों के द्वारा बट्टा लगाते नजर आ रहे हैं जैसा कि बांदा जनपद के बड़ोखर खुर्द ब्लाक अंतर्गत कनवारा ग्राम सभा में 7 गोवंश मृत अवस्था में पाए गए जिसकी सूचना ग्रामीणों के द्वारा गुप्त सूचना पत्रकार बंधुओं को दी गई जिसमें कुछ मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे और स्थानीय गौशाला कनवारा मौके पर जाकर कवरेज किया गया तत्काल मीडिया कर्मियों के द्वारा जिला प्रशासन को सूचित किया गया जिस पर डीएम अनुराग पटेल के द्वारा तुरंत संबंधित अधिकारियों को भेज करके जांच कराई व गायों को पशु चिकित्सक के द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया वही मौके पर मौजूद नायब तहसीलदार के द्वारा बताया गया कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी वही मौके पर नायब तहसीलदार एवं पशु चिकित्सक की मौजूदगी में मृत गोवंश को गड्ढे खोदकर दफनाने का कार्य कराया गया इस मौके पर नायब तहसीलदार पशु चिकित्सक नगर कोतवाली प्रभारी एवं गौ रक्षा समिति के अध्यक्ष महेश प्रजापति सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।