सेतु विभाग की लापरवाही का यह आलम है कि जहां सरकार गड्ढा मुक्त सड़क का वादा करती है वहीं सेतु विभाग सरकार के मंसूबों को तार तार करती है।
बतलाता चलूं की पैलानी ब्रिज की सड़क कई सालों से गड्ढों में तब्दील है फिर भी विभाग का उदासीनता सब नजर आती है ना ही यहां पर गड्ढों में रिपेयरिंग की जाती है और ना ही गड्ढे भरे जाते हैं।
कई आला अधिकारी इस ब्रिज से रोज गुजरते हैं।
सैकड़ों वाहन भी यहीं से गुजरते हैं ईश्वर ना करें कि कोई अनहोनी हो या कोई बड़ी दुर्घटना होयहां हर एक-दो महीनों में कोई ना कोई दुर्घटना होती रहती है। क्योंकि सड़क गड्ढों में तब्दील है जो साफ इस फोटो में बयां की हो रही है।
जब एक राहगीर से जानकारी चाहिए तो उन्होंने जानकारी दी की दसियों साल से यहां कोई रिपेयरिंग नहीं हुई और आए दिन यहां कोई न कोई दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
ग्रामीण का यह भी कहना था की सरकार तो पैसा मुहैया कराती है पर अधिकारियों कर्मचारियों की मिलीभगत से यहां कोई कार्य नहीं हो पाता है।
मैं आपको बतला दूं पैलानी के ही भाजपा जिला अध्यक्ष भी हैं लेकिन यहां पैलानी ब्रिज कि कोई भी नेता या अधिकारीगण कोई सुध नहीं लेते हैं।
सेतु विभाग की लापरवाही का आलम है कि यहां कई वर्षों से कोई डामरीकरण नहीं किया गया और ना ही कोई रिपेयरिंग का कार्य किया गया अब देखने वाली बात यह है कि इस पोस्ट के बाद क्या श सेतु विभाग जागेगा या अपने ही हाल में पैलानी ब्रिज को छोड़ देगा।