मुल्लांपुर के रेलवे क्वार्टर में रह रहे रेलवे में दर्जा चार कर्मचारी (गैंगमैन) उनके बेटे, बहू और पोती की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। चारों के शव सुबह कमरे में मिले। हालांकि मौत के कारण का अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। दाखा पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चलेगा। मृतकों की पहचान गैंगमैन सुखदेव सिंह गांव निवासी मडिंयानी (56), उनके बेटे जगदीप सिंह (28) बहू ज्योति (26) और पोती जोत (2) के रूप में हुई है। चारों शव सुधार के सरकारी अस्पताल लाए गए हैं जहां डॉक्टर्स के बोर्ड द्वारा सभी का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।
मृतक सुखदेव सिंह के दूसरे बेटे कुलवंत सिंह के अनुसार, उनके पिता रेलवे विभाग में दर्जा चार कर्मचारी थे और मुल्लांपुर में रेलवे कालोनी में बने क्वार्टरों मे रहते थे। सोमवार को उनके पिता ने घर में सुखमनी साहिब का पाठ करवाया था। इस दौरान घर पर अन्य रिश्तेदारों के अलावा बेटी और दामाद भी आए हुए थे। रात को सभी ने एक साथ खाना खाया जिसके बाद उसके पिता सुखदेव सिंह भाई जगदीप सिंह, भाभी ज्योति और भतीजी जोत एक कमरे में सो गए। उसकी माता बलबीर कौर बहन और जीजा अपने बच्चों के साथ दूसरे कमरे में सो गए।
सुबह करीब सात बजे जब उसकी माता बलबीर कौर ने उन्हें उठाने के लिए कमरे का दरवाजा खोला तो चारों मृत पड़े थे। सूत्रों के अनुसार, ज्योति सात महीने की गर्भवती थी। सूचना मिलते ही दाखा पुलिस के इंस्पेक्टर गुरविंदर सिंह भुल्लर पुलिस पार्टी और रेलवे पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पुलिस ने रात को घर में बने खाने के सैंपल भी लिए हैं। वहीं कमरे में हीटर भी नहीं चल रहा था।