बांदा। बारिश का असर सब्जियों के दामों पर भी दिखने लगा है। मंडी के थोक बाजार से निकलकर फुटकर बाजार में पहुंचने तक इनके दाम चढ़ने लगे हैं। रेहड़ी और फड़ विक्रेता जिसका फायदा उठाकर मनमाफिक दाम पर सब्जी ब्रिकी कर रहे हैं। इसका सीधा असर रसोई के बजट पर पड़ने लगा है। महिलाओं को घर चलाना मुश्किल हो गया है।
दरअसल, ठंड के मौसम मानसून आ चुका है। झमाझम बरसात धान की फसल के लिए काफी लाभदायक साबित हुई है जबकि सब्जियों को इससे नुकसान पहुंचा। क्योंकि खेतों में पानी भर गया। इसमें सब्जी तक डूब गई। पानी भरे खेत में सब्जियों को किसान समय पर तोड़ नहीं सके और वह खराब हो गई। यही कारण रहा कि मंडी में सब्जियों की आवक कम हो गई और इनके दाम काफी बढ़ गए हैं।