खागा मंडी समिति के एफसीआई धान क्रय केंद्र की मनमानी से सैकड़ों कुंटल किसानों का धान हुआ जलमग्न*– राजेश यादव
खागा/फतेहपुर।समिति के बाहर लगा सैकड़ों क्विंटल से अधिक धान किसान हुआ धरा शाही, महीनों के अरसे से पढ़ा किसान का धन नहीं हो पाई तोल, जिससे 3 दिन की लगातार झमाझम बारिश में किसान की स्वयं व्यवस्था के बाद भी कई कुंतल धान भीगा लेकर जाना पड़ा किसान को घर वापस, तो वही दर्जनों किसान रहे धरा शाही मनमाने तौर से हो रही है कमीशन कटौती पर धांधली -एलाइउ मिलर की अनुमति ना होने के बाद भी मिलर की सहयोगी एजेंटों के राय पर की जा रही खरीदारी, तो वहीं सिस्टम पर व्यापारियों का माल खरीद दारी कर किसानों को बताया जा रहा क्षमता की समस्या/
11/1/022
खागा कस्बे स्थित गल्ला मंडी एफसीआई किसान धान क्रय केंद्र ने हजारों कुंतल की क्षमता में लगा किसान का धान जो महीनों के अरसे से टोकन की समस्या को लेकर डंप पड़ा है जहां कुरा निवासी केतकी,व पांभी पुर निवासी भिक्खू, आज किसानों ने अपनी आपबीती बताई वहीं किसानों ने यह भी बताया यदि कहीं शिकायत की गई तो पेमेंट के लिए चक्कर पटाया जाता है जिसका जीता जागता नजारा मोबाइल स्क्रीन पर कैद है/
वही किसानों का यह भी कहना है कि जिले के समस्त आला अधिकारी इलेक्शन कमिश्नर बनाकर गांव-गांव प्रचार के लिए लगा दिए गए तो वहीं कई एक गांव में सरकारी राशन की दुकान पर वितरण होने वाले खाद्यान्न पर सिस्टम अपडेट की प्रॉब्लम से अधिकारी व कर्मचारी घन चक्कर में फंसे हुए जहां आचार्य संहिता को देख योगी मोदी की प्रिंट छपी आयल, नमक ,चना की थैली सिस्टम अपडेट ना होने से राशन वितरण की समस्या अटकी हुई है/
जहां पर किसानों की समस्या को देखते हुए सरकार ऑनलाइन पुनः ऑफलाइन कर किसानों का धान क्रय करने का आदेश जारी कर दिया जिसके बावजूद भी निरंतर किसान अपनी समस्याओं के ऊपर समस्याओं से जूझते रहते हैं आखिर इन किसानों को इनकी समस्या का निवारण कब मिलेगा, क्या सरकार व सरकार के रखवालों की क्या भागीदारी है कब मिलेगा किसानों की समस्या का निदान, कब जाएगा अधिकारियों का इन किसानों की ओर ध्यान या फिर यूं कहें अन्य दाता की समस्या का नहीं होगा कोई अंत जहां एफसीआई खागा किसान धान क्रय केंद्र के एमआई के बिगड़े बोल तो किसान हुए गमगीन /
न्यूज समाचार संवाददाता राजेश यादव