नई दिल्ली। 14 जून से रूस में शुरू होने वाले फीफा विश्व कप शुरू होने से पहले ही विवादों में आ गया है। अभी मेक्सिको टीम की पार्टी वाला विवाद थमा भी नहीं था के एक और विवाद ने तूल पकड़ लिया है। मैच में वाधा ना आए इसलिए रूस ने 20 लाख कुत्तों को मारने के आदेश दिए हैं। रूस में अगले हफ्ते से शुरू होने वाले फीफा विश्वकप से पहले 20 लाख कुत्तों को मारने के आदेश दिए हैं। 11 शहरों में 20 लाख स्ट्रीट डॉग्स और बिल्लियों को मारने के लिए रूस सरकार ने 19.5 लाख डॉलर, भारतीय मुद्रा के हिसाब से करीब 13 करोड़ रुपए का कांट्रैक्ट दिया है।
कुत्तों और बिल्लियों को मारने वाले स्क्वाड का नाम कैनी केजीबी रखा गया है। इससे पहले रूस के ही सोची में विंटर ओलिम्पिक से पहले भी हजारों स्ट्रीट डॉग्स को मारा गया था। ऐसे में इस फरमान के विरोध में एनिमल राइट्स वाले खड़े हो गए हैं। ये विवाद इतना बढ़ गया कि रूस के उप प्रधानमंत्री विटाली मुटको को इस मामले में दखल देना पड़ा इस मामले में उन्होंने एनिमल राइट्स संस्थानों के साथ मीटिंग की और भरोसा दिलाया के पशुओं को नहीं मारा जाएगा बल्कि उन्हें शेल्टर्स में बंद किया जाएगा। हालांकि संगठनों का आरोप है कि उप प्रधानमंत्री के आश्वासन के बाद भी पशुओं की हत्या नहीं रुक रही।
इन शहरों में कुत्तों और बिल्लियों की काफी तादाद हैं। एनिमल राइट्स चलने वाले संस्थानों ने नाराज़गी जताते हुए कहा है के सरकार अपने फायदे के लिए पशुओं के साथ ऐसा वर्ताब कर रही है। पशुओं को इस तरह से मारना सही नहीं है। इस से पहले भी ये विश्व कप मैक्सिको की टीम को लेकर सुर्ख़ियों मेंबना हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस रवाना होने से पहले मैक्सिको टीम के कई खिलाड़ियों ने प्रॉस्टीट्यूट्स के साथ पार्टी की। हालांकि मैनेजमेंट ने यह कहकर टीम को क्लीन चिट दे दी कि खिलाड़ी खाली समय में कुछ भी करने को स्वतंत्र हैं।