पंचों का तालिबानी फैसला, पति को छोड़ दूसरे के साथ रहने पर पत्नी को रस्सियों से बांधकर महिला रिश्तेदार ने बरसाए डंडे
राजस्थान ,उदयपुर के एक गांव में पंचों के तालिबानी फैसले के बाद पति-पत्नी को गांव में सरेआम लाठी-डंडों में पीटा गया। बात सिर्फ इतनी थी कि महिला अपने पहले पति को छोड़ नाता प्रथा के तहत दूसरे व्यक्ति के साथ रहने लगी थी। पहली ससुराल के लोगों को यह सहन नहीं हुआ। वे महिला को अपने गांव ले आए। यहां पंचों ने सजा देने का तालिबानी फरमान सुनाया। इसके बाद महिला और उसके दूसरे पति को रस्सियों से बांध दिया गया और लोग उन्हें 2 घंटे तक पीटते रहे।
एक महिला ने भी जमकर डंडे बरसाए। माचड़ा गांव का यह मामला 6 दिन पुराना है लेकिन समाज व पंचों के डर से कोई कुछ नहीं बोल पाया। अब बेरहमी से पिटाई का वीडियो सामने आया तो पीड़ित परिवार ने हिम्मत जुटाई और गोगुंदा थाने में पहले पति समेत 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
करीब एक महीने पहले महिला से दूसरी शादी करने वाले गोगुंदा के मारूवास निवासी व्यक्ति ने बताया हम दोनों एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे। शादी के बाद पत्नी के साथ मैं अपने घर में रह रहा था। इसी बीच 11 जनवरी को महिला का पूर्व पति तुलसी राम गमेती और समाज के कुछ दबंग मेरे घर आए। घर में तोड़फोड़ करते हुए हमें बंधक बनाकर पिकअप कार में डालकर देलवाड़ा के माचड़ गांव ले गए।
यहां पंचों को बुलाया गया तो उन्होंने बीच गांव में पिटाई करने की सजा सुना दी। पूर्व पति तुलसी राम और उसके रिश्तेदारों ने हमें घर के बाहर रस्सी से बांध दिया और पीटने लगे। 2 घंटे तक हमें डंडे और थप्पड़ मारते रहे। पंचों की मौजूदगी में हमें पीटा गया। जान से मारने की धमकी देते हुए सभी के सामने माफी मांगने के लिए भी प्रताड़ित किया गया। एक महिला भी हम पर डंडे बरसाती रही। पंचों और परिवार को पिटाई के लिए लोग उकसाते रहे।
लगाया40 हजार रुपए का जुर्माना
इस दौरान समाज के पंचों ने दोनों पर 40 हजार रुपए का जुर्माना भी लगा दिया। जुर्माना की राशि देने के लिए धमकाया। समाज के डर से पति-पत्नी 6 दिन तक चुप रहे थे।
गोगुन्दा थानाधिकारी कमलेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि महिला और उसके पति के साथ सामाजिक प्रथा नाता विवाह के चलते यह पूरा मामला सामने आया है। पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया है। जल्द ही वीडियो के आधार पर आरोपी तुलसी राम समेत 4 नामजद लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।