सूरत जिले की एक कपड़ा मिल में लगी भीषण आग में जोधपुर जिले के बापिनी गांव के दो सगे भाई समेत तीन युवक जिंदा जल गए। तीनों वहां लकड़ी का काम करने गए हुए थे। पिता किसी काम से अपने परिचित से मिलने गए थे और वहीं पर सो गए। ऐसे में उनकी जान बच गई।
पलसाणा स्थित सौम्य प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड में गुरुवार तड़के आग लग गई। कपड़े और यार्न में आग बहुत तेजी से फैली। साथ ही वहां रखे केमिकल ने आग में घी का काम किया और यह बहुत विकराल हो गई। आग ने पूरे परिसर को अपने चपेट में ले लिया। बापिनी के राणाराम सुथार अपने दो बेटों जगदीश(20) व प्रवीण(17) के साथ वहां फर्नीचर बनाने का काम करता है। गांव का ही पच्चीस वर्षीय कर्णाराम सुथार भी उनके साथ काम करता था। राणाराम अपने एक बेटे के साथ गत सप्ताह ही बापिनी से सूरत गया था।
यह लोग वहां फर्नीचर बनाने का काम करने के बाद फैक्ट्री परिसर में ही रहते थे। आग लगने की रात राणाराम निकट ही रहने वाले अपने एक परिचित से मिलने गया और वहीं पर सो गया। जगदीश, प्रवीण व कर्णाराम फैक्ट्री में ही सो गए। तड़के आग लगने पर तीनों अंदर ही फंस गए। उन्हें बाहर निकलने का अवसर तक नहीं मिल पाया और वे तीनों अंदर जिंदा जल गए।
फायर ब्रिगेड ने करीब 11 घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस दौरान जानकारी मिली की तीन युवक लापता है। इस पर उनकी खोजबीन शुरू की गई। परिसर के भीतर तीनों के जले हुए शव मिल गए। गांव के एक साथ तीन युवकों की मौत का समाचार मिलते ही बापिनी में शोक की लहर छा गई। तीनों के शव आज संभवतया यहां लाए जाएंगे।