एमपी के उज्जैन जिले में कोरोना गाइड लाइन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों व अन्य कई जगह निजी व अन्य कार्यक्रम जारी है। शासन की बिना अनुमति के बड़ी संख्या में लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है। संख्या पर कोई रोक-टोक नहीं है। ऐसा ही एक मामला तब सामने आया जब घटना का वीडियो वायरल हो गया।
उज्जैन जिले के थाना चिंतामण क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लेकोडा से एक 104 वर्षीय बुजुर्ग आत्माराम की मौत हो गई थी। मृतक की दो पत्नियां थी लेकिन बच्चे एक भी नहीं थे।आत्माराम की मौत के बाद 29 जनवरी को लेकोड़ा की गोवर्धन नाथ धर्मशाला में मृतक का नुक्ते का कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें पूरे गांव को निमंत्रण दिया गया, लेकिन खाने में जो भीड़ टूटी है उसे देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है की किस तरह कोरोनाकाल में लापरवाही और अनियंत्रित भीड़ बड़ी घटना को बुलावा दे रहे है।
घटना का जो वीडियो सामने आया है, जिसमें भीड़ दिखाई दे रही है। एक साथ भीड़ धर्मशाला के गेट तोड़कर अंदर जा रही है। इस दौरान बच्चे सहित कई लोग भीड़ में दबते हुए भी दिखाई दे रहे है। वीडियो में नजर आ रहा है ग्रामीणों की भीड़ अचानक टूटी और भगदड़ जैसी स्तिथी हो गई लेकिन गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।
गांव के सरपंच त्रिलोकनाथ ने बताया की नुक्ते कार्यक्रम में बुलाया गया था लेकिन भगदड़ जैसी कोई बात नहीं हुई हैं। इधर एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह ने बताया की वीडियो सामने आया है। दिखवा रहे है की आयोजक कौन था इस कार्यक्रम का। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।