चुनाव में रोडवेज बसों के जाने से भटक रहे यात्री – यात्रियों की समस्याओं को देखते हुए बसों के बढ़ाए फेरे: एआरएम

फतेहपुर। प्रथम चरण में होने वाले विधानसभा चुनाव में रोडवेज की बसों के जाने से यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए बसों के अभाव का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों को बसों के इंतेज़ार में घंटांे खड़े रहने के बाद किसी तरह भरी बसों का सहारा लेते हुए यात्रा करनी पड़ रही है।
गुरुवार को प्रथम चरण के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जनपदों में होने वाले चुंनाव में कार्मिको के लिए जनपद से भी रोडवेज की बसे मंगाई गई थी। राजकीय परिवहन निगम की बसों के चले जाने से कानपुर, प्रयागराज, लखनऊ, बांदा समेत अन्य मार्गों पर चलने वाली बसों के अभाव में लोग भटकते रहे। काफी देर इंतेज़ार के बाद खचाखच भरी बसों में किसी तरह जद्दोजहद के बीच यात्रा करने को मजबूर हो गए। बतातें चलें कि विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में प्रदेश के 11 जनपदों की 58 विधानसभा सींटों पर होने वाले मतदान की पोलिंग पार्टियों के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की जनपद डिपो की 36 बसों को लगाया है। जनपद के डिपो से कानपुर, प्रयागराज, बांदा, लखनऊ, बनारस, दिल्ली, उत्तराखंड समेत अन्य रूटों पर 112 बसों का संचालन किया जाता है। चुनाव ड्यूटी में लगे कार्मिको की पार्टियों को लाने व लेकर जाने के लिए बड़ी संख्या में बसों के चले जाने से इन रूटों पर चलने वाले सामान्य यात्रियों के साथ-साथ दैनिक रूप से यात्रा करने वालो यात्रियों को भी अपने स्थानों तक पहुचने में घण्टो प्रतीक्षा करना पड़ रही है। काफी देर इंतेज़ार के बाद बसों के आने से लोग किसी तरह अपने गंतव्यों के लिये रवाना हो सके। वहीं एआरएम मक्खन लाल केसरवानी ने बताया कि चुनाव कार्यों के लिए कुल 36 बसें भेजी गई हैं। जिसमे 11 बसे अर्द्धसैनिक बलों के लिए, 11 बसे होमगार्ड, 14 बसे पुलिस बल के लिए भेजी गई हैं। यात्रियों की समस्याओं को देखते हुए अतिरिक्त स्टाफ लगाकर बसों के फेरों की संख्या में बढ़ोत्तरी की गई। वहीं तय मार्गों पर चलने वाली अनुबंधित बसों को अनुमति लेकर यात्रियों की सुविधाओ को देखते हुए दूसरे मार्गाे पर भी संचालित कराया जा रहा है। बसों की कमी की वजह से निगम की आय में किसी तरह का कोई नुकसान न हो इसके लिए विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

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