दुल्हन दिलाने के बहाने रसीली बातो से अधेड़ो को फंसाकर ठगने वाला गिरोह हुआ गिरफ्तार

एमपी के ग्वालियर में क्राइम ब्रांच ने कॉल सेंटर के जरिए ठगी करने वाली इंटरस्टेट गैंग को पकड़ा है। इनके पास मिले मोबाइल, सिमकार्ड, रजिस्टर और लैपटॉप से ऐसे खुलासे हुए हैं कि पुलिस अफसर भी हैरान रह गए। यह गैंग ज्यादा उम्र के ऐसे लोगों को टारगेट करती थी जिनकी शादी नहीं हुई हो। कॉल सेंटर में 15 से 19 साल की लड़कियों को कॉलिंग के लिए रखा गया था। इनकी मीठी और सुरीली आवाज के जरिए लोगों फंसाया जाता था।

इस गिरोह ने उत्तर प्रदेश के एक रिटायर्ड TI को बुढ़ापे में हसीन दुल्हन दिलाने का सपना दिखाकर 5 हजार रुपए ठग लिए। इसके बाद उसके नंबर को ब्लॉक कर दिया। रिटायर्ड TI लगातार नंबर बदल-बदल कर कॉल सेंटर पर कॉल करता और पूछता- मेरा कुछ हुआ क्या? लेकिन कोई जवाब नहीं मिलता। गैंग ने 11 राज्यों में करीब 1400 लोगों को अपना शिकार बनाया है।

लोगों को फंसाने के लिए अपनाते है ये तरीका

मैट्रिमोनियल साइट पर जैसे ही कोई अपना बायोडाटा अपडेट करता तो कॉल सेंटर से उसे कॉल किया जाता। उसे बताया जाता कि उसके लिए परफेक्ट मैच मिल गया है। कॉल सेंटर की लड़कियां शिकार से बात करती थीं। रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कहा जाता था। किसी से 5 हजार तो किसी से 10 हजार रुपए ऑनलाइन पेमेंट लिया जाता था। रकम आते ही सामने वाले का नंबर ब्लॉक कर दिया जाता था।

गैंग छोटे-छोटे अमाउंट में ठगी करता था। बदनामी के डर से विक्टिम पुलिस में शिकायत नहीं करते थे। ग्वालियर में गैंग के तीन सेंटर चल रहे थे इसलिए उन्होंने ग्वालियर, भिंड, मुरैना को टारगेट नहीं किया। गैंग मध्यप्रदेश के दूसरे शहरों के अलावा महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, ओडिशा, बिहार, उत्तराखंड और झारखंड के लोगों को टारगेट कर चुका है।35 से 45 साल के ओवरएज होते थे टारगेट
ठगों के निशाने पर ऐसे लोग होते थे, जिनकी शादी की उम्र निकल चुकी है।

35 साल से 45 साल के ओवरएज हो चुके लोग इनका सॉफ्ट टारगेट होते थे। इन्हें इसलिए टारगेट किया जाता था कि क्योंकि इनकी शादी नहीं हो रही होती थी। जब यह वेबसाइट पर आते थे तो इनको एक सुंदर लड़की को फोटो दिखाई जाती थी। गैंग के 70% शिकार इसी एज ग्रुप के हैं।

चुराते थे सोशल मीडिया से लड़कियों की फोटो
गैंग अपने शिकार को फंसाने के लिए इंटरनेट, सोशल मीडिया अकाउंट से हसीन लड़के और लड़कियों के फोटो चोरी करके एलबम बनाते थे। इन्हीं फोटो को यूज कर वह लोगों को टारगेट करते थे। तीन कॉल सेंटर से पुलिस ने अंजलि बैस, नीलू गर्ग, अंजना डोंगरे, अतुल पाल, कोमल पखारिया और जयदीप कुमार को गिरफ्तार किया है। इन सभी से रजिस्टर, लैपटॉप, 25 मोबाइल, 40 सिमकार्ड और तीन कम्प्यूटर मिले हैं।

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