फतेहपुर। पर्दे के खिलाफ कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को काज़ी शहर कारी फरीद उद्दीन कादरी ने अफसोस नाक करार देते हुए कहा कि पर्दा मुस्लिम कैम की इम्तियाजी निशानी है। जो इस्लाम ही नहीं ब्लकि हर धर्म में किसी न किसी रूप में पाया जाता है। पर्दा औरतों का एक बहुमूल्य जौहर है। इस्लाम में औरत ही नहीं मर्द को भी जिस्म को नाभ से लेकर पैरो के गुठनों तक का छुपाना फर्ज़ है।
काज़ी शहर श्री कादरी ने कहा कि कर्नाटक हिजाब मामले में हाईकोर्ट का फैसला मायूस करने वाला है। पर्दा पैगम्बरे इस्लाम के वक्त से इस्लाम का अहम हिस्सा रहा है। क्या किसी लड़की या औरत को अब ये भी हक नहीं है कि वो क्या पहने और क्या नहीं पहने? इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ले जाना चाहिए। हमें यकीन है कि सुप्रीम कोर्ट से इंसाफ जरूर मिलेगा। काज़ी शहर ने मुस्लिम समाज के लोगों से अपील किया कि शरीअत के उसूलो पर सख्ती के साथ कायम रहें।