दिल्ली में पांचवीं पास नसीरदादीन बीते करीब दस वर्ष से साथियों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी 3500 से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है। आरोपी दिल्ली, यूपी, हरियाणा समेत पूरे देश में वारदात करते थे। वसंत कुंज (साउथ) थाना पुलिस ने आरोपी को उस समय पकड़ लिया जब वह रंगपुरी पहाड़ी के पास लगे एटीएम में ठगी करने आया था। आरोपी के पास से 17 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं।
दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार एटीएम से ठगी की घटनाओं को देखते हुए एसीपी वसंत कुंज अजय वेदवाल की देखरेख में थानाध्यक्ष नीरज चौधरी, एसआई सुरेश कुमार व एएसआई ओमप्रकाश की टीम ने जांच शुरू की। पुलिस टीम वसंत कुंज (साउथ) थाना इलाके में स्थित एटीएम बूथ पर नजर रखी हुई थी। रंगपुरी पहाड़ी एरिया में पांच एटीएम हैं।
इन पांचों पर सादी वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए गए। एसआई सुरेश कुमार की टीम ने 18 मार्च की शाम को रंगपुरी पहाड़ी के पास स्थित एक एटीएम बूथ के पास नसीरदादीन को संदिग्ध स्थिति में घूमते देखा। उसे थाने ले आया गया। कोर्ट में पेश कर उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया। पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपी नसीरदादीन(37) मूलरूप से अक मीनार मस्जिद गिरी मार्केट, लोनी देहात, गाजियाबाद, यूपी का रहने वाला है। आरोपी पांचवीं पास है। वह वर्ष 2013 से ठगी कर रहा था और हर रोज एक से दो वारदात करता था। पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी से ठगी के पांच मामलों को सुलझाने का दावा किया है। आरोपी पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस इसके साथी को पकड़ने के लिए दिल्ली-एनसीआर में छापेमारी कर रही है।
आरोपी ऐसे एटीएम में जाते थे, जहां सिक्योरिटी गार्ड नहीं होता था। जैसे ही कोई कम पढ़ा लिखा या साधारण से दिखने वाला एटीएम बूथ में जाता था तो ये भी उसके पीछे एटीएम बूथ में घुस जाते थे। ये पीड़ित का पिन कोड देख लेते थे। पीड़ित जैसे ही पैसे निकालता था तो ये कैंसल का बटन दवा देते थे। इस दौरान ये पीड़ित का एटीएम कार्ड भी बदल देते थे। बदले हुए एटीएम कार्ड से पैसे नहीं निकलते थे पीड़ित मौके से चला जाता था। इसके बाद आरोपी पीड़ित के एटीएम कार्ड से पैसे निकाल लेते थे।