अमरोहा में तैनात सीओ विजय राणा की पत्नी मधु राणा के नाम से सर्वोदयनगर में देसी शराब की दुकान संचालित हो रही है। जिला आबकारी अधिकारी डीएन दुबे के बाद एसपी अमरोहा पूनम ने भी अपनी जांच में इसकी पुष्टि की है मगर विभाग को सीओ ने अपनी पत्नी के नाम से शराब की दुकान संचालित होने की जानकारी नहीं दी है। इसके चलते एडीजी राजकुमार ने मामले की जांच डीआईजी मुरादाबाद शलभ माथुर का सौंपी है।
पिछले दिनों सुभाषनगर निवासी दिलीप कुमार ने मनोज जायसवाल की 58 दुकानें दूसरे लोगों के नाम पर संचालित होने की शिकायत की थी। इनमें एक दुकान जेपीनगर के सीओ विजय राणा की पत्नी मधु राणा के नाम पर भी संचालित होने की भी बात कही गई थी। आबकारी विभाग की जांच में सभी दुकानों की पुष्टि हो गई। सीओ के मामले में एडीजी ने एसपी अमरोहा को जांच सौंपी थी।
एसपी अमरोहा ने जांच रिपोर्ट एडीजी को सौंप दी है। इसमें बताया गया है कि सीओ ने अपनी पत्नी के नाम से शराब की दुकान संचालित होने की पुष्टि की है। यह भी सामने आया है कि सीओ ने विभाग को अपनी पत्नी के कारोबार की जानकारी तो दी है लेकिन उसमें कारोबार शराब का करने का उल्लेख नहीं किया है। ऐसे में सीओ के खिलाफ कार्रवाई होनी तय है। एसपी की रिपोर्ट के बाद एडीजी ने डीआईजी मुरादाबाद को जांच करके पांच दिन में रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।
इस संबंध में जब विजय राणा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग में शराब की दुकानों के आवंटन का नया सिस्टम लागू होने पर शराब कारोबारी मनोज जायसवाल ने संबंधों का फायदा उठाकर उनकी पत्नी से दस्तावेज ले लिए। उन लोगों को काफी समय बाद पता चला कि उनके नाम पर शराब की दुकान आवंटित कराई गई है। उनकी तरह ही उसने ग्रीन पार्क के कई अन्य लोगों को भी धोखे में रखकर उनके नाम से दुकानें आवंटित करा ली हैं। अपनी जांच के संबंध में उन्होंने अभी कोई जानकारी न होने की बात कही है।
एसपी जेपीनगर ने सीओ की जांच करके रिपोर्ट दे दी है। उनकी पत्नी के नाम पर शराब दुकान का लाइसेंस होने की पुष्टि हुई है लेकिन विभाग को अधिकृत रूप से इसकी जानकारी नहीं दी गई।