नालियों को निगल गए अतिक्रमणकारी, सिमटाई गलियां – मुराइनटोला पुलिया से आईटीआई को जोड़ने वाली सड़क अतिक्रमण से बदहाल
तत्कालीन डीएम ने कब्जामुक्त कराने के लिए किया था चिन्हित
फतेहपुर। अवैध कब्जा धारकों के हौसले दिन पर दिन बुलंद होते जा रहे है। सरकारी तंत्र की लापरवाही के चलते अतिक्रमण का दायरा तालाबों के साथ गलियों तक बढ़ गया है। अतिक्रमण की स्थिति तालाबों के आस पास रहने वाले अतिक्रमणकारियों के मकानों को देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है। यही नहीं अवैध अतिक्रमणकारियों द्वारा इतने भर से संतोष व्यक्त करने की जगह गलियों की जगह पर भी अवैध निर्माण कर रास्ते का आवागमन बाधित कर दिया जाता है।
मुराइन टोला मोहल्ला स्थित ज़मीन रकबा नंबर 1806 बाकायदा तलाबी नंबर में दर्ज है जिसके बाद भी बड़ी संख्या में कुछ लोगों द्वारा प्लाट की बिक्री की गई। जिसमें लोगों ने बाकायदा निर्माण भी करवा लिया है। अवैध अतिक्रमण की दास्तान यहीं नहीं रुकती निर्माण करने वालों ने अपने मकानों को बड़ा करने के चक्कर में रास्ते की भूमि पर भी अवैध अतिक्रमण कर बरामदा, सीढियां या चबूतरों का निर्माण कर लिया है। गलियों की भूमि पर कब्ज़ा किए जाने से रास्ता संकरा हो जाने से आमजन को अनेकों समस्याओ से जूझना पड़ रहा है। गलियों के सिकुड़ने से चार पहिया वाहनों तक का निकलना दूभर हो जाने से मरीज़ों को लेकर जाने वाले वाहनों एवं आग लगने की स्थिति में फायर बिग्रेड के छोटे व हल्के दमकल वाहन भी निकलना मुश्किल नज़र आ रहे हैं। वही मोहल्ले के लोगों ने बताया कि अस्ती कोतवाली रोड स्थित मुराइन मोहल्ला गंदा नाला से होकर आईटीआई रोड निकलने वाली सड़क दस्तावेज़ों में तो 22 मीटर है। जिसमें नाला व रास्ता है लेकिन मौके पर बमुश्किल दस फिट भी गली नहीं बची ऐसे में किसी अनहोनी की स्थिति में एम्बुलेंस व फायर ब्रिग्रेड का वाहन पहुंचने में भी अनेकों दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तालाबों की भूमि पर अवैध कब्जों से मुक्त कराने के लिए तत्कालीन डीएम आंजनेय कुमार सिंह द्वारा तालाबी भूमि क्षेत्र का सीमांकन कराए जाने के साथ ही सड़क को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए अतिक्रमणकारियों को चेतावनी जारी की गई थी लेकिन जिलाधिकारी के स्थानांतर होते ही मामला दबा दिया गया।